कोटद्वार : मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि प्रदेश सरकार पर्वतीय क्षेत्रों से पलायन रोकने के लिए गंभीर होकर काम कर रही है। इसके लिए जहां होमस्टे पर्यटन विकास योजना को बढ़ावा दिया जा रहा है। वही, पिरूल से बिजली बनाने की योजना को शुरू किया गया है। यह दोनों योजनाएं पहाड़ में समृद्धि लाएंगे। सीएम ने पर्वतीय क्षेत्र के काश्तकारों का आह्वान किया कि वे अपनी आर्थिकी मजबूत करने के लिए कंडाली और भांग के औषधीय खेती को अपनाएं और स्वरोजगार का जरिया बनाएं।
मुख्यमंत्री बनने के बाद पहली बार नैनीडांडा और बीरोंखाल पहुंचने पर सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत का भाजपाइयों व स्थानीय लोगों ने भव्य स्वागत किया। मुख्यमंत्री पहले बीरोंखाल की बजाए नैनीडांडा पहुंचे। यहां लोगों यहां उन्होंने बहुप्रतीक्षित नैनीडांडा पेयजल पंप योजना का लोकार्पण किया। जनता इंटर कॉलेज नैनीडांडा के प्रांगण में आयोजित जनसभा में सीएम ने कहा कि उनकी सरकार प्रदेश के हर इलाके के विकास के साथ आम लोगों के लिए बेहतर योजनाएं संचालित कर रही हैं। इस अवसर पर विधायक दलीप सिंह रावत ने सीएम को शॉल ओढा़कर उनका स्वागत किया।
उन्होंने क्षेत्र की समस्याओं से संबंधित एक ज्ञापन सीएम के समक्ष पढ़ा और उनके निराकरण के लिए घोषणा करने की मांग की। सभा को पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज और भाजपा जिला अध्यक्ष शैलेंद्र ने भी संबोधित किया। बीरोंखाल पहुंचने पर क्षेत्रीय विधायक और पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने सीएम को भगवान गणेश की मूर्ति भेंटकर स्वागत किया।
इस मौके पर ब्लाक प्रमुख कविता पोखरियाल, भाजपा मंडल अध्यक्ष प्रेम सिंह, दर्शन सिंह, जेपी सेमवाल, मुकेश पोखरियाल, ओम प्रकाश बिष्ट आदि मौजूद थे। राज्य सरकार पहाड़ों के विकास के लिए गंभीर राज्य सरकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सबका साथ सबका विकास की अवधारणा को सार्थक करने का प्रयास कर रही है। केंद्र व राज्य सरकार निरंतर प्रयास कर रही है कि कोई भूखा ना रहे हर किसी को स्वास्थ्य सुविधाएं मिलें। कोई भी अशिक्षित व बेरोजगार ना रहे।
– विवेक बनियाल