नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ जारी प्रदर्शन के मद्देनजर मेघालय के शिलॉन्ग में लगाए गए कर्फ्यू में स्थिति बेहतर होने के बाद शनिवार को सुबह 10 बजे से शाम सात बजे तक ढील दी गई। पूर्वी खासी हिल्स की जिला उपायुक्त एम डब्ल्यू नोंगबरी ने बताया कि राज्य की राजधानी में कई स्थानों पर कुछ दुकानें और कार्यालय खुले हैं।
नोंगबरी ने कहा, “कानून-व्यवस्था की स्थिति बेहतर होने के बाद कर्फ्यू में ढील दी गई है।” उन्होंने बताया कि शहर में सुबह से यातायात सामान्य है और पिछले 12 घंटे में किसी भी अप्रिय घटना होने की कोई खबर नहीं है। इस बीच, राज्य सरकार ने क्षेत्र में ‘इनर लाइन परमिट’ (आईएलपी) लागू करने के मद्देनजर एक प्रस्ताव लाने के लिए विधानसभा का एक दिन का विशेष सत्र बुलाने का फैसला लिया है।
मेघालय के उपमुख्यमंत्री प्रिस्टोन तिनसॉन्ग ने कहा, “हमने एक दिन का विशेष सत्र बुलाने का फैसला लिया है, जिसका एकमात्र लक्ष्य क्षेत्र में आईएलपी लागू करने के लिए एक प्रस्ताव लाना है।” वहीं, मुख्यमंत्री कोनराड के. संगमा की अगुवाई में राज्य के एक प्रतिनिधिमंडल ने गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की और उन्हें पड़ोसी राज्य असम की मौजूदा स्थिति के कारण यहां हो रही आवश्यक वस्तुओं की कमी के बारे में अवगत कराया। मुख्यमंत्री कार्यालय ने कहा, ‘‘ गृह मंत्री ने प्रतिनिधिमंडल द्वारा उठाए हर मुद्दे को काफी तवज्जो दी और मामले की जल्द से जल्द समीक्षा करने पर सहमति जताई।’’