Cyclone 'यास' का लैंडफॉल शुरू, ओडिशा में तूफान का तांडव जारी, बंगाल तक समंदर में ऊंची लहरें - Latest News In Hindi, Breaking News In Hindi, ताजा ख़बरें, Daily News In Hindi

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Cyclone ‘यास’ का लैंडफॉल शुरू, ओडिशा में तूफान का तांडव जारी, बंगाल तक समंदर में ऊंची लहरें

अति भीषण चक्रवाती तूफान यास की लैंडफॉल प्रक्रिया शुरू हो गई है । यह उत्तर ओडिशा-पश्चिम बंगाल के तटों को बालासोर के दक्षिण में 130-140 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से पार करेगा, जोकि 155 किमी प्रति घंटे की रफ्तार तक बढ़ सकता है।

अति भीषण चक्रवाती तूफान यास की लैंडफॉल प्रक्रिया शुरू हो गई है । यह उत्तर ओडिशा-पश्चिम बंगाल के तटों को बालासोर के दक्षिण में 130-140 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से पार करेगा, जोकि 155 किमी प्रति घंटे की रफ्तार तक बढ़ सकता है। आईएमडी की रिपोर्ट के अनुसार, चक्रवात के निकट केंद्र की वर्तमान तीव्रता 130-140 किमी प्रति घंटे की रफ्तार की है।
चक्रवात पिछले छह घंटों के दौरान लगभग 17 किमी प्रति घंटे की गति से उत्तर-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ा। आईएमडी ने कहा, “लैंडफॉल प्रक्रिया शुरू हो गई है। तूफान अगले तीन घंटों के भीतर उत्तर ओडिशा-पश्चिम बंगाल के तटों को बालासोर के दक्षिण में पार कर जाएगा।” ओडिशा में, जगतसिंहपुर, केंद्रपाड़ा, जाजपुर, भद्रक, बालासोर, मयूरभंज, कटक, ढेंकनाल, क्योंझरगढ़ में कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश की आशंका है।
ओडिशा और पश्चिम बंगाल में यास के पहुंचने से पहले ही, समुद्र का पानी कई तटीय कस्बों एवं गांवों में घुस गया। मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने बताया कि पश्चिम बंगाल के पांच और ओडिशा के चार उप-मंडलों और ब्लॉक में पानी भरने की आशंका है। सबसे अधिक पानी भद्रक जिले में भरने की आशंका है। इतनी ऊंची लहरों वाले तूफान का एक कारण पूर्णिमा भी है।
बालासोर, भद्रक, जगतसिंहपुर, केंद्रपाड़ा, कंठी, डायमंड हार्बर, बशीरहाट, तामलुक और उलुबेरिया में समुद्र का पानी भरने की आशंका है। दीघा की गलियों में समुद्र का पानी भर गया है। समुद्र से आए ज्वार के पानी के कारण सड़कों पर कई वाहन पलट गए। पश्चिम बंगाल और ओडिशा के अधिकतर हिस्सों में रातभर बारिश हुई।
ओडिशा के संवेदनशील जिलों में राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की 52 टीम, ओडिशा आपदा त्वरित कार्य बल (ओडीआरएएफ) की 60 टीम, अग्निशमन दल की 205 टीम और वन विभाग की लकड़ी काटने वाली 60 टीम समेत करीब 404 बचाव दलों को तैनात किया गया है।
जबकि पश्चिम बंगाल में, आईएमडी ने मेदिनीपुर में अलग-अलग स्थानों पर अत्यधिक भारी वर्षा के साथ अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा और झारग्राम, बांकुरा, दक्षिण 24 परगना में अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा और पुरुलिया में अलग-अलग स्थानों पर भारी वर्षा की भविष्यवाणी की है। झारखंड में बुधवार और गुरुवार को अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा के साथ भारी से बहुत भारी वर्षा और छिटपुट स्थानों पर अत्यधिक भारी वर्षा होने की संभावना है।
वहीं एक अधिकारी ने बताया कि चक्रवात बालासोर से करीब 50 किलोमीटर दूर तट पर बहनागा ब्लॉक के निकट धामरा के उत्तर और बहनागा के दक्षिण में पहुंचा। ‘डॉपलर’ रडार डेटा के अनुसार, इस दौरान 130-140 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चली। ओडिशा के विशेष राहत आयुक्त पी के जेना ने बताया, ‘‘चक्रवात के पहुंचने की प्रक्रिया शुरू हो गई है और इस प्रक्रिया को पूरा होने में तीन से चार घंटे का समय लगेगा। बालासोर और भद्रक जिले इससे सबसे अधिक प्रभावित होंगे।’’
उन्होंने बताया कि करीब 5.80 लाख लोगों को सुरक्षित स्थलों पर पहुंचाया गया है। मौसम विभाग ने पहले कहा था कि चक्रवात के दौरान हवा की गति 155 से 165 किलोमीटर प्रति घंटा रहने और इसके बढ़कर 185 किलोमीटर प्रति घंटा तक पहुंचने की संभावना है।

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