देहरादून : कैंट इलाके में बीरपुर पुल ध्वस्त होने के बाद दर्जनों गांवों व रिहायशी इलाकों को जोड़ने वाला वैकल्पिक पुल डेयरी फार्म भी ध्वस्त होने की कगार पर है। कोई बड़ी दुर्घटना न हो, इसके लिये आर्मी ने इस डेयरी पुल पर आवाजाही सीमित कर दी है। सेना ने बोर्ड लगाकर लिख दिया है कि पुल कमजोर हो चुका है इसलिए एक समय में एक ही वाहन इस पुल से गुजरे।
मुख्यमंत्री आवास से चंद कदमों की दूरी पर सप्लाई स्थित डेयरी फार्म पुल किसी भी वक्त गिरने की कगार पर आ चुका है। पुल की हालत बेहद खराब हो चुकी है। सीमेंट की सतह जर्जर हो गई है जिससे दोनों छोरों में ख़तरनाक दरारें आ चुकी हैं। इतना ही नहीं, पुल को सपोर्ट करने वाले लोहे के गाटर भी टूट चुके हैं।पुल की हालत को देखते हुए लग रहा है कि किसी भी वक्त पुल टूटकर गिर सकता है।
इसे गंभीरता से लेते हुए सेना ने फिलहाल पुल की एंट्री पर सिक्टोरिटी बोर्ड लगाया है और इस पॉइंट पर सेना के जवान तैनात भी हैं ताकि अनहोनी रोकी जा सके। जवान वाहनों को एक साथ पुल क्रॉस करने से रोक रहे हैं। बता दें, बीती 28 दिसंबर को तड़के 4 से 5 बजे के बीच कैंट स्थित 115 वर्ष पुराना बीरपुर पुल तड़के ही अचानक ध्वस्त हो गया था।
एक डंपर और दो बाइकें भी पुल के साथ ही नीचे नदी में जा गिरे थे, जिसमें दो लोगों की मौत हो गई थी और तीन लोग गंभीर घायल हो गए थे। इस मार्ग से आगे जुड़ने वाले ग्रामीण इलाके व सैनिक बाहुल्य क्षेत्र को जोड़ने के लिए वैकल्पिक पुल के तौर पर सप्लाई डेयरी फार्म पुल का इस्तेमाल किया जा रहा था। अत्यधिक आवाजाही होने के कारण ये पुल टूट गया है और अब किसी भी समय गिरने की कगार पर है।