पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के पहले चरण के लिए 30 सीटों पर शनिवार सुबह से मतदान जारी है। इस बीच पश्चिम मिदनापुर जिले के केशियारी इलाके में भाजपा के एक कार्यकर्ता का शव मिला है। कार्यकर्ता की पहचान बेगमपुर इलाके के 35 साल के मंगल सोरेन के रूप में हुई है। बता दें कि पश्चिम बंगाल के 30 विधानसभा क्षेत्रों में शनिवार को 191 उम्मीदवारों के साथ पहले चरण के मतदान की शुरुआत हो चुकी है।
अभी हो जा रहे पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों में पश्चिम बंगाल सबसे बड़ी विधानसभा है, यहां 294 सीटें हैं और सबसे ज्यादा आठ चरणों में मतदान होने हैं। पूर्व मेदिनीपुर की सात सीटें – पटाशपुर, कांथी उत्तर, भगवानपुर, खेजुरी, कांथी दक्षिण, रामनगर और एगरा में होने जा रहे चुनाव पर सभी की पैनी नजर है क्योंकि यहां तृणमूल कांग्रेस के पूर्व सदस्य सुवेंदु अधिकारी और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बीच कड़ी टक्कर होने वाली है, जिन्होंने नंदीग्राम से अपना नामांकन दाखिल कराया है।
तृणमूल ने भाजपा पर नंदीग्राम में मतदाताओं को डराने-धमकाने का आरोप लगाया है। इस पर पार्टी ने चुनाव आयोग से शिकायत भी की है। मीडिया रिपोर्टों में चुनाव शुरू होने के कुछ घंटे पहले पुरूलिया के बंडवान में एक चुनावी वाहन में आग लग जाने की सूचना मिली है। यहां के तुलसीदी गांव में इस वक्त तनाव का माहौल है, जहां आग लगने की यह घटना हुई है। सुरक्षाबलों द्वारा इस स्थान की कड़ी निगरानी की जा रही है, जहां कभी नक्सलियों के ठिकाने हुआ करते थे।
तृणमूल सांसद डेरेक ओ ब्रायन और काकोली घोष दस्तीदार इस मुद्दे पर बात करने के लिए कोलकाता में स्थित चुनाव आयोग के कार्यालय का दौरा किया था। दस्तीदार ने कहा, “नंदीग्राम, भगवानपुर और हरिपुर में क्रिमिनल रिकॉर्ड्स रखने वाले कई लोग रह रहे हैं। ये यहां के मतदाता भी नहीं है। यहां के लोग डरे हुए हैं। इन्हें धमकाया जाता है। चुनाव आयोग को मतदाताओं की सुरक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए।”
खड़गपुर के दो मतदान केंद्रों से ईवीएम में खराबी होने की सूचना मिली है। मीडिया रिपोर्ट में कहा गया, बूथ संख्या 98, 99 में ईवीएम ने तकनीकी खराबी के कारण अस्थायी रूप से काम करना बंद करना पड़ा। लोगों का कहना है कि मतदान के लिए उन्हें दो घंटे से अधिक समय के लिए इंतजार करना पड़ रहा है।
पुरुलिया में भाजपा द्वारा पूर्व मंत्री और तृणमूल के उम्मीदवारों पर कथित रूप से मतदाताओं के बीच नकदी वितरित करने के आरोप लगाए गए हैं। भाजपा ने आयोग से इसकी शिकायत की है। भाजपा कार्यकर्ताओं ने यह भी आरोप लगाया कि चुनाव होने वाले क्षेत्रों में तृणमूल कार्यकर्ता राज्य पुलिस के कुछ कर्मियों के साथ मिलकर आतंक फैलाने की कोशिश कर रहे हैं।