पश्चिम बंगाल की सरकार में विराजमान तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने शुक्रवार को अपनी पार्टी को लेकर कई बड़े फैसले लिए। टीएमसी के सांसद अभिषेक बनर्जी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव बने रहेंगे। शुक्रवार को तृणमूल कांग्रेस की नवगठित राष्ट्रीय कार्यसमिति की पहली बैठक में यह फैसला लिया गया। ये साफ हो गया है कि पार्टी में अभिषेक बनर्जी के पद को लेकर कोई बदलाव नहीं होगा।
भतीजे अभिषेक को बुआ ममता बनर्जी का साथ मिला
राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक में जो बात खास रही वो ये कि भतीजे अभिषेक को बुआ ममता बनर्जी का साथ मिला जिसके चलते वे पार्टी में अपना नंबर 2 का दर्जा बहाल करने में सफल रहे। ज्ञता हो कि पिछले दिनों ममता बनर्जी और अभिषेक बनर्जी के बीच कथिततौर पर अनबन की खबरें सामने आईं थीं। पिछले हफ्ते, ममता बनर्जी ने पार्टी की राष्ट्रीय पदाधिकारियों की समिति को भंग कर दिया था, जिसमें उनके भतीजे अभिषेक बनर्जी भी शामिल थे, और एक 20 सदस्यीय कार्य समिति का गठन किया था।
ममता ने ये कदम ऐसे समय में उठाया था जब पार्टी के अंदर असंतोष की अफवाहें व्यापक रूप फैली हुई थीं। पार्टी पर अपने दृढ़ नियंत्रण का दावा करते हुए, बनर्जी ने नई कार्य समिति को पार्टी के दिग्गजों के साथ बनाया, हालांकि इसमें अभिषेक को भी शामिल किया था।
टीएमसी की राष्ट्रीय कार्य समिति में लिया गया फैसला
तीन नगर निगमों – चंद्रनगर, बिधाननगर और आसनसोल के महापौरों पर फैसला करने के लिए शुक्रवार को टीएमसी की राष्ट्रीय कार्य समिति बुलाई गई थी। टीएमसी ने इसी सप्ताह इन तीनों नगर निगमों पर जीत हासिल की थी। नई पदाधिकारियों की समिति के नामों पर भी निर्णय लिया गया।
इनको बनाया गया नया उपाध्यक्ष
चंद्रिमा भट्टाचार्जी, जसवंत सिन्हा, सुब्रत बख्शी पार्टी के नए उपाध्यक्ष बनाए गए। अरूप बिस्वास को कोषाध्यक्ष नियुक्त किया गया है। वहीं सुखेंदु शेखर रॉय पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता और राज्यसभा के प्रवक्ता के रूप में कमान संभालेंगे। काकोली घोष दस्तीदार लोकसभा प्रवक्ता के रूप में काम करेंगी, जिसमें सांसद महुआ मोइत्रा उनकी सहायता करेंगी।