कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने गुरुवार को कहा कि वह भाजपा के उन प्रवक्ताओं के खिलाफ मानहानि का मुकदमा करेंगे जिन्होंने उन्हें पाकिस्तान की जासूसी एजेंसी आईएसआई और मुंबई के 26/11 के आंतकी हमलों से जोड़ा है।
दिग्विजय ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘जिस प्रकार भाजपा के दो प्रवक्ताओं ने मुझे आईएसआई और मुंबई के 26/11 आंतकी हमलों से जोड़ा है, उनके खिलाफ मैं मानहानि का मामला दायर करने वाला हूं।’’
हालांकि, उन्होंने भाजपा प्रवक्ताओं का नाम नहीं लिया और ना ही मानहानि का मुकदमा दायर करने के बारे में विस्तृत जानकारी दी।
वह ग्वालियर में माकपा द्वारा आयोजित सीएए विरोधी रैली में हिस्सा लेने आये हुए थे।
दिग्विजय ने सवाल उठाया, ‘‘अयोध्या में बनने वाले राम मंदिर के लिए गठित राम मंदिर ट्रस्ट में अफसरों के साथ विश्व हिंदू परिषद के लोगों को क्यों रखा गया है? इनका सनातन हिंदू से क्या लेना-देना? साथ में अखाड़ा परिषद और रामाश्रय से जुड़े लोगों को ट्रस्ट में नहीं रखा गया है।’’
उल्लेखनीय है कि सरकार ने राम मंदिर ट्रस्ट का गठन करके उसमें विश्व हिंदू परिषद के अंतरराष्ट्रीय उपाध्यक्ष चंपत राय को महामंत्री और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पूर्व प्रधान सचिव नृपेंद्र मिश्रा को भवन निर्माण समिति का चेयरमैन नियुक्त किया है। दिग्विजय सिंह ने इन्हीं नियुक्तयों पर सवाल उठाए हैं।
गुजरात के अहमदाबाद में होने वाली मोदी-ट्रम्प सम्मिट को लेकर दिग्विजय ने प्रधानमंत्री मोदी पर तंज कसते हुए कहा, ‘‘समझौता दो देशों के बीच होता है, दो लोगों के नहीं। जो भी हो, भारत के हित में होना चाहिए।’’
गौरतलब है कि मोदी-ट्रम्प सम्मिट को लेकर कयास लगाए जा रहे थे इसमें व्यापार संबंधी सौदे/समझौते हो सकते हैं।