देश में कोरोना वायरस के जानलेवा "डेल्टा प्लस" वेरिएंट ने स्वास्थ्य मंत्रालय की परेशानी बढ़ा दी है। केंद्र सरकार ने कर्नाटक सरकार से राज्य के उन जिलों में तत्काल रोकथाम के उपाय करने का आग्रह किया है, जहां डेल्टा प्लस वेरिएंट का पता चला है।
रोकथाम उपायों में भीड़ को रोकने, व्यापक जांच करने के साथ-साथ प्राथमिकता के आधार पर टीकाकरण को बढ़ाना शामिल हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने इस संबंध में कर्नाटक के मुख्य सचिव पी रवि कुमार को पत्र लिखा है। यह इंगित करते हुए कि वायरस का यह स्वरूप मैसूरु जिले में पाया गया है, 25 जून के पत्र में कहा गया है, "सार्वजनिक स्वास्थ्य उपायों को और अधिक तेज और मजबूत करना है।"
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पत्र में कहा गया, “इस प्रकार, आपसे अनुरोध है कि इन जिलों और समूहों में भीड़ को रोकने और लोगों के संपर्क को कम करने, व्यापक जांच करने, मामलों का शीघ्र पता लगाने, प्राथमिकता के आधार पर टीकाकरण बढ़ाना समेत तत्काल रोकथाम के उपाय करें।”
गौरतलब है कि कर्नाटक के मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा ने शुक्रवार को वरिष्ठ मंत्रियों और अधिकारियों के साथ बैठक की और अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे विशेष रूप से सीमावर्ती जिलों में कोरोना वायरस के "डेल्टा प्लस"स्वरूप पर निगरानी रखें। स्वास्थ्य मंत्री के सुधाकर ने शुक्रवार को कहा था कि राज्य में डेल्टा प्लस स्वरूप के दो मामले मिले हैं, एक बेंगलुरु में और दूसरा मैसूर में पाया गया है।