हल्द्वानी : अखिल भारतीय प्रगतिशील महिला एसोसिएशन (ऐपवा), ट्रेड यूनियन ऐक्टू और किसान महासभा ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर उन्नाव कांड के दोषियों को संरक्षण देने का आरोप लगाया है। इसके लिए उन्होंने उप्र के सीएम की इस्तीफे की मांग पर योगी हटाओ, बेटी बचाओ का नारा देते हुए महिला उत्पीड़न की बढ़ती घटनाओं पर रोक लगाने की मांग को बुद्ध पार्क धरना दिया। इस दौरान आयोजित सभा को संबोधित करते हुए ऐक्टू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और भाकपा (माले) राज्य सचिव राजा बहुगुणा ने कहा कि सीबीआई ने उन्नाव बलात्कार कांड के आरोपी भाजपा विधायक कुलदीप सेंगर को दोषी माना है।
सीबीआई के इस फैसले के बाद 2017 से विधायक को बचाते आ रहे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को इस्तीफा देना चाहिए। अभी तक भी विधायक की विधायिकी बनी हुई है, इतने सब के बाद भी भाजपा ने उसे विधायक बने रहने दिया है। यह भाजपा की महिला उत्पीड़न के प्रति सोच और असंवेदनशीलता को उजागर कर देती है। उन्होंने कहा कि इतने जघन्य अपराध के बाद पूरे देश में गुस्सा है, परंतु प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने अभी तक इस मामले पर शर्मनाक चुप्पी साधी हुई है।
उनका एक शब्द भी न बोलना उन्नाव विधायक को बचाने का ही कृत्य है। अखिल भारतीय प्रगतिशील महिला एसोसिएशन (ऐपवा) संयोजक विमला रौथाण ने कहा कि मोदी-शाह और योगी राज में, भाजपा शासन में, बलात्कार पीड़ितों के लिए न्याय वैसे ही चकनाचूर पड़ा है जैसे उन्नाव के बलात्कार पीड़िता की गाड़ी जिसे ट्रक ने टक्कर मार दी। उन्नाव की लड़की, जिसने भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर पर सामूहिक बलात्कार का आरोप लगाया था, आज गम्भीर रूप से घायल होकर मौत से जूझ रही है। ऐक्टू प्रदेश महामंत्री केके बोरा ने कहा कि भाजपा बलात्कारियों के पक्ष में जुलूस निकालती है।
ऐसा मालूम होता है कि उसके राज में उसके नेताओं के खिलाफ बलात्कारका आरोप लगाना या गवाह होना, मौत को बुलावा देना है। बिहार में भी बच्चियों के साथ बलात्कार मामलों में पीड़ित गायब हो जा रहे हैं। इससे ऐसा प्रतीत होता है कि भाजपा शासन में ‘बेटी बचाओ’ नहीं, बेटी डराओ की मुहिम चल रही हैं, इस आपातकाल के खिलाफ आवाज उठाना बेहद जरूरी है। धरने में आनंद सिंह नेगी, बहादुर सिंह जंगी, जीआर टम्टा, सुंदर लाल, राजेन्द्र शाह, डॉ. कैलाश पाण्डेय आदि शामिल रहे।