रुड़की : डेंगू के मामले कम होने का नाम नहीं ले रहे हैं। वहीं अस्पताल में डेंगू जांच किट नहीं पहुंच सकी है। इसके चलते सोमवार को भी अस्पताल में डेंगू की जांच नहीं हो पाएगी। वहीं सीबीसी मशीन के ठीक न होने के चलते सीबीसी जांच के लिए भी मरीजों को निजी पैथोलॉजी लैब में जाना पड़ेगा। इससे बुखार पीड़ित मरीजों की मुश्किल और बढ़ जाएंगी। इस बार डेंगू ने कहर मचाया हुआ है। शहर से देहात तक डेंगू का प्रकोप है।
आए दिन डेंगू पीड़ितों की संख्या लगातार बढ़ रही है। अकेले सिविल अस्पताल की बात करें तो प्रतिदिन औसतन डेंगू की 40 जांच हो रही है। इसमें 40 फीसद मामलों में डेंगू पॉजिटिव रिपोर्ट मिल रही है। अस्पताल में डेंगू की जांच न्रिश्शुल्क होती है। इससे मरीजों को थोड़ी आर्थिक राहत मिल जाती है, लेकिन शनिवार से अस्पताल में डेंगू जांच की किट खत्म हो गई है। इसके चलते शनिवार को भी करीब 40 से 50 मरीजों को बिना खून की जांच कराए ही वापस लौटना पड़ा था। शनिवार शाम तक डेंगू किट के आने की उम्मीद थी, लेकिन शनिवार की शाम को भी किट नहीं पहुंची है।
इसके चलते सोमवार को भी अस्पताल में डेंगू की जांच नहीं होगी। मरीजों को डेंगू की जांच के लिए निजी पैथोलॉजी लैब में जाना पड़ेगा। वहीं सीबीसी मशीन के खराब होने के चलते खून की कई जांच नहीं हो पाएगी। इसमें प्लेटलेट्स आदि भी शामिल है। डेंगू के मरीजों की लगभग प्रतिदिन प्लेटलेट्स की जांच होती है।
अब प्लेटलेट्स की जांच के लिए भी मरीजों को निजी पैथोलॉजी लैब में जाना पड़ेगा। अस्पताल के सीएमएस डॉ. संजय कंसल ने बताया कि डेंगू जांच किट के लिए संबंधित कंपनी से भी संपर्क किया गया है, लेकिन स्टोक में अभी डेंगू किट न होने की बात कही गई है। एक-दो दिन के भीतर डेंगू जांच किट आने की उम्मीद है।