पुरानी पेंशन योजना को लेकर महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने बुधवार को स्पष्ट किया कि सरकार पुरानी योजना को फिर से बहाल नहीं कर सकती है। क्योंकि इससे हमारे राज्य के राजकोष पर 1.10 लाख करोड़ रूपये का बोझ पडे़गा, और हमारा राज्य पूर्ण रूप से दिवालिया भी हो जाएगा।
महाराष्ट्र में पुरानी पेशन योजना 2005 में की गई थी बंद
राज्य विधानसभा में एक सवाल पर फडणवीस ने कहा कि पुरानी पेंशन योजना 2005 में बंद कर दी गयी थी। उन्होंने राज्य के हित में पुरानी पेंशन योजना बंद करने का फैसला लेने के लिए तत्कालीन कांग्रेस-राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की सरकार की प्रशंसा भी की। इस योजना के तहत कर्मचारी को पेंशन के रूप में अंतिम वेतन की 50 प्रतिशत धन राशि दी जाती थी।
पुरानी पेंशन योजना से महराष्ट्र दिवालिया हो जाएगा
महाराष्ट्र के वित्त मंत्री फडणवीस ने कहा, ‘‘सरकार पुरानी योजना के अनुसार पेंशन नहीं देगी। अगर पुरानी पेंशन योजना लागू की जाती है तो इससे 1,10,000 करोड़ रुपये का बोझ बढ़ेगा और इससे राज्य दिवालिया हो जाएगा। पुरानी पेंशन योजना लागू नहीं होगी।’’