महाराष्ट्र की एकनाथ शिंदे सरकार ने विधानसभा में फ्लोर टेस्ट में बहुमत साबित कर दिया है। इसके साथ ही उद्धव ठाकरे की शिवसेना के मुकाबले शिंदे सेना ने सत्ता के फाइनल में भी जीत हासिल कर ली है। महाराष्ट्र विधानसभा में विश्वास मत जीतने के बाद डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि मैंने कहा था कि मैं वापस आऊंगा, लेकिन जब मैंने ऐसा कहा तो कई लोगों ने मेरा मजाक उड़ाया।
डिप्टी CM फडणवीस ने कहा कि राजनीति में विरोधियों की आवाज सुनने के लिए सभी को तैयार रहना चाहिए। हमने देखा है कि सोशल मीडिया पर बयान देने और पोस्ट करने के लिए लोगों को जेल में डाल दिया गया। हमें अपने खिलाफ बोलने वाले लोगों के लिए तैयार रहना चाहिए। हमें उचित तरीके से आलोचना का जवाब देना चाहिए।
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उन्होंने कहा, मैंने एक बार कहा था कि मैं वापस आऊंगा। लेकिन जब मैंने ऐसा कहा तो कई लोगों ने मेरा मजाक उड़ाया। आज मैं वापस आया हूं और उन्हें (एकनाथ शिंदे) अपने साथ लाया हूं। मैं उन लोगों से बदला नहीं लूंगा जिन्होंने मेरा मजाक उड़ाया। मैं उन्हें माफ कर दूंगा, राजनीति में हर बात को दिल से नहीं लगाया जाता।
हां, यह E मतलब Eknath और D मतलब Devendra की सरकार
फ्लोर टेस्ट के लिए वोटिंग के दौरान लगे ED-ED के नारे पर नाराजगी जाहिर करते हुए देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि मैं घर पर भी बैठ जाता अगर पार्टी मुझसे कहती- वही पार्टी जिसने मुझे सीएम बनाया। आज मैं आपको बताता हूं कि इस सरकार में कभी सत्ता के लिए संघर्ष नहीं होगा, हम सहयोग करते रहेंगे। लोग ताना मारते हैं कि यह ईडी की सरकार है। हां, यह E मतलब Eknath और D मतलब Devendra की सरकार है।
एक सच्चे शिवसैनिक को सीएम बनाया
उन्होंने कहा कि हमारे गठबंधन को जनादेश मिला था लेकिन हमें जानबूझकर बहुमत से दूर ले जाया गया। लेकिन एकनाथ शिंदे के साथ, हमने एक बार फिर शिवसेना के साथ अपनी सरकार बनाई है। सच्चे शिवसैनिक को सीएम बनाया गया है। मैं अपनी पार्टी के आदेश के अनुसार डिप्टी सीएम बना।
बरकरार रहेंगे उद्धव सरकार के ये फैसले
इसके साथ ही उप मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि पिछली कैबिनेट में नाम बदलने के बारे में जो भी फैसले लिए गए थे, हम उन फैसलों को बरकरार रखेंगे क्योंकि हम एक ही विचार के हैं। हमें उन फैसलों की फिर से पुष्टि करनी होगी क्योंकि पिछली कैबिनेट नियमों के अनुसार नहीं थी क्योंकि राज्यपाल ने पहले ही सरकार से फ्लोर टेस्ट का सामना करने के लिए कहा था।