केरल सरकार अकसर विपक्षी दलों के निशाने पर रहती है, ऐसे में विकास और पर्यावरण को लेकर एक बार फिर मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन निशाने पर है। केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने बुधवार को कहा कि उनकी सरकार के पास विकास का एक ऐसा नजरिया है, जिसमें आर्थिक विकास और पर्यावरण संरक्षण का संतुलन है।
इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने विपक्षी गठबंधन संयुक्त लोकतांत्रिक मोर्चा (यूडीएफ) की उस आलोचना को खारिज कर दिया कि विकास की बड़ी परियोजनायें, प्रकृति और पारिस्थितिकी पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकती है।
वाम सरकार का घोषित लक्ष्य एक ‘‘नव केरल’’ बनाना है
विजयन ने कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूडीएफ सदस्यों के इस आरोप को खारिज किया कि उनकी सरकार की आपदा प्रबंधन नीति विफल रही और इसकी अवैज्ञानिक विकास पहल राज्य में बार-बार होने वाली प्राकृतिक आपदाओं के कारणों में से एक थी।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने पर्यावरण सुरक्षा की दिशा में हमेशा एक सकारात्मक रूख अपनाया है। मुख्यमंत्री ने राज्य विधानसभा को बताया कि वाम सरकार का घोषित लक्ष्य एक ‘‘नव केरल’’ (नया केरल) बनाना है जो प्राकृतिक आपदाओं का सामना करने में सक्षम हो।
पर्यावरण की सुरक्षा को समान रूप से महत्वपूर्ण माना जाता है
वह शून्यकाल के दौरान मामले में कांग्रेस के पीसी विष्णुनाथ द्वारा स्थगन प्रस्ताव की मांग करने वाले नोटिस का जवाब दे रहे थे। विजयन ने कहा, ‘‘यहां महत्वपूर्ण यह है कि केरल के विकास का नजरिया कैसा होना चाहिए। सरकार के पास विकास का एक ऐसा नजरिया है जो आर्थिक विकास और पर्यावरण संरक्षण को संतुलित करता है। विकास कार्यक्रमों को चलाने के दौरान पर्यावरण की सुरक्षा को समान रूप से महत्वपूर्ण माना जाता है।’’
उन्होंने कहा कि यही कारण है कि सरकार राज्य के पर्यावरण के मामले में श्वेत पत्र जारी करने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि सरकार पहले से ही पर्यावरण के प्रत्येक मुद्दे को अत्यंत गंभीरता से ले रही है और इसके समाधान के वास्ते कदम उठा रही है।