पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और राज्यपाल जगदीप धनखड़ के बीच सियासी पारा इन दिनों काफी गरम है। ममता बनर्जी ने राज्यपाल धनखड़ पर तीखा हमला किया, जिसके बाद धनखड़ ने भी ममता पर कड़ा पलटवार किया। ममता सोमवार को राज्यपाल जगदीप धनखड़ को एक भ्रष्ट व्यक्ति बताया तो अब इस आरोप पर राज्यपाल ने भी पलटवार किया है।
उन्होंने कहा कि मैंने कभी उम्मीद नहीं की थी कि उनके कद की नेता इस तरह की सनसनी पैदा करेंगी और गलत सूचना देने में शामिल होंगी। उन्होंने यह भी कहा कि मैंने बच्चों के दस्ताने नहीं पहन रखे हैं। उन्होंने कहा कि एक राज्य की मुख्यमंत्री की ओर से दिए गए इस तरह के बयान बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है।
उन्होंने आगे कहा कि आपके राज्यपाल को चार्जशीट नहीं किया गया है। ऐसा कोई डाक्यूमेंट नहीं है। यह गलत सूचना है। मैंने हवाला चार्जशीट में किसी कोर्ट से स्टे नहीं लिया है क्योंकि यह था ही नहीं। धनखड़ ने आगे कहा कि यशवंत सिन्हा हवाला केस में चार्जशीट में थे इसलिए ममता बनर्जी को उनसे चर्चा करनी चाहिए। क्या उनको (ममता बनर्जी) जनादेश इन बातों के लिए मिला है कि सभी संवैधानिक संस्थाओं को नष्ट किया जाए। इसकी अनुमति नहीं दी जा सकती।
जानिए क्या कहा था ममता ने
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्यपाल जगदीप धनखड़ को सोमवार को एक ‘‘भ्रष्ट व्यक्ति’’ कहा और उनकी हाल की उत्तर बंगाल यात्रा के उद्देश्य पर सवाल उठाया। उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य के उत्तरी हिस्से को विभाजित करने का षड्यंत्र रचा जा रहा है।
उन्होंने राज्य सचिवालय में संवाददाताओं से कहा, ‘‘वह एक भ्रष्ट आदमी हैं। उनका नाम 1996 के हवाला जैन मामले के आरोप पत्र में था। केंद्र सरकार ने राज्यपाल को इस तरह से बने रहने की अनुमति क्यों दी है?” बनर्जी ने कहा कि धनखड़ का उत्तर बंगाल दौरा एक ‘‘राजनीतिक हथकंडा’’ था क्योंकि वह केवल भाजपा के विधायकों और सांसदों से मिले थे।
मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया, ‘‘उन्होंने अचानक उत्तर बंगाल का दौरा क्यों किया? मुझे उत्तर बंगाल को बांटने के षड्यंत्र का आभास हो रहा है।’’ तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ने कहा कि वह धनखड़ को हटाने के लिए केंद्र को कई पत्र लिख चुकी हैं। बनर्जी ने कहा, ‘‘संविधान के अनुसार, मैं उनसे मिलना, उनसे बात करना और सभी शिष्टाचार का पालन करना जारी रखूंगी.. किंतु केंद्र सरकार को मेरे पत्रों के आधार पर कार्य करना चाहिए।’’