तेलंगाना के वारंगल में असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि जिस तरह से अनुच्छेद 370 को खत्म किया गया, राम मंदिर का निर्माण शुरू हुआ…वह दिन दूर नहीं जब निजाम का नाम, ओवैसी का नाम यहां से मिटा दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह नया तेलंगाना बनेगा। सरमा ने तानाशाही पर भाषण देते हुए कहा कि भारतवासियों ने इंदिरा गांधी जैसी तानाशाह को समुद्र में फेंक दिया था। तेलंगानावासी भी जानते हैं कि उन्हें किसको समुद्र में फेंकना है।
सरमा के बयान में क्यों आया इंदिरा गांधी का जिक्र?
असम सीएम ने देश की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के बहाने राज्य की टीआरएस सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, “अन्याय के साथ लड़ते रहिए। अन्याय के साथ हम कोई समझौता नहीं करेंगे। हमारे कार्यकर्ता तैयार हो कर रहिए।”
उन्होंने तेलंगाना के सीएम के चंद्रशेखर राव (केसीआर) को घेरते हुए कहा, “जब भी कोई तानाशाह प्रधानमंत्री या मुख्यमंत्री होता है, देश में आपातकाल जैसा कुछ होता है। कष्ट होगा, आप लोग को परिश्रम करना होगा। लेकिन कष्ट और परिश्रम का फल हमेशा मीठा होता है। वो कष्ट और जो वो हम पर हमला करेंगे इसी से नया तेलंगाना बनेगा। इसलिए आपको डरना नहीं है। आप लोगों को संग्राम करना है। आप लोगों को अपने काम और मकसद में डट कर खड़े रहना है।”
इंदिरा गांधी पर क्या रहा सरमा का बयान?
सरमा ने कहा, “इंदिरा गांधी जैसे तानाशाह को भी भारतवासियों ने समुद्र में फेंक दिया था। यहां में तो समुद्र भी है। किस को फेंकना है तेलंगानावासी अच्छी तरह से जानते हैं। इसलिए यहां तानाशाही नहीं चलेगी। भारत की मिट्टी में में तानाशाही पहले भी नहीं चली थी और आगे भी नहीं चलेगी।”
ओवैसी पर क्या बोले असम सीएम?
सरमा ने राज्य में भाजपा के पैर जमाने को लेकर बयान दिया। उन्होंने कहा, “भारत को कोई रोकने वाला नहीं है। जैसे आर्टिकल 370 खत्म हो गया। जैसे राम मंदिर बनने का काम शुरू हो गया। यहां से भी निजाम का नाम और निशान मिट जाएगा। ओवैसी का नाम और निशान मिट जाएगा। वो दिन ज्यादा दूर नहीं है। भारत अब जाग चुका है। भारत किसी फर्जी धर्मनिरपेक्ष या सांप्रदायिक राजनीति करने वालों को और नहीं मानेगा।