मध्य प्रदेश की 28 विधानसभा सीट पर उपचुनाव के लिए मतदान जारी है। इस बीच राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य दिग्विजय सिंह ने ईवीएम पर एक बार फिर सवाल उठाए हैं और उनका कहना है कि ईवीएम को हैक किया जा सकता है। वहीं उन्होंने मतपत्र से मतदान की वकालत की है।
दिग्विजय सिंह ने कहा कि तकनीकी युग में विकसित देश ईवीएम पर भरोसा नहीं करते पर भारत व कुछ छोटे देशों में ईवीएम से चुनाव होते हैं। विकसित देश क्यों नहीं कराते? क्योंकि उन्हें ईवीएम पर भरोसा नहीं है। क्यों? क्योंकि जिसमें चिप है वह हैक हो सकती है।
ज्ञात हो कि राज्य के 28 विधानसभा क्षेत्र में उप-चुनाव हो रहा है और इस चुनाव के नतीजे राज्य की राजनीति में बड़ा बदलाव लाने वाले हो सकते हैं। 63 लाख 68 हजार से ज्यादा मतदाता 355 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करने वाले है। कोविड-19 महामारी के कारण उपचुनावों के लिए व्यापक प्रबंध किये गये हैं। इन प्रबंधों में चुनाव कर्मियों के लिए निजी सुरक्षा उपकरण (पीपीई), अधिक मतदान केंद्र, थर्मल स्क्रीनिंग, सैनिटाइजर, मतदाताओं के लिए मास्क तथा दस्ताने और सामाजिक दूरी सुनिश्चित करना शामिल है।
मध्यप्रदेश की 28 विधानसभा सीटों पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजामों के बीच उपचुनाव के लिए मतदान
आखिरी एक घंटे में कोविड-19 के मरीज तथा संदिग्ध मरीज मतदान करेंगे। प्रदेश की 28 विधानसभा सीटों पर कुल 63.67 मतदाता हैं, जो 12 मंत्रियों सहित कुल 355 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेंगे। उपचुनाव में कुल 9,361 मतदान केंद्र बनाये गये हैं, जिनमें से 3,038 मतदान केंद्रों को संवेदनशील श्रेणी में रखा गया है। 19 जिलों में उपचुनाव के लिए 33 हजार सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है।