चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर के कांग्रेस में शामिल होने की अटकलें बढ़ती जा रही हैं। इस बीच पश्चिम बंगाल के भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के अध्यक्ष दिलीप घोष ने प्रशांत किशोर पर हमला बोला। उन्होंने पीके के कई दलों के साथ जुड़ने को बिजनेस बताते हुए कहा कि अलग-अलग पार्टियां जॉइन करना प्रशांत किशोर का काम हैं।
बीजेपी नेता ने कहा, "वह (प्रशांत किशोर) तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) में भी शामिल हुए थे। वह नीतीश कुमार की पार्टी (जेडीयू) में भी थे। यह उनका बिजनेस है (पार्टियों में शामिल होना)।" उन्होंने कहा कि "वह जिस भी पार्टी के लिए काम करते हैं, उन्हें उसकी सदस्यता मिलती है... उनके पास हर पार्टी का सदस्यता कार्ड होगा। वह यह कहते हुए कार्ड दिखाएंगे कि मैं आपकी पार्टी से हूं। मुझे आदेश दीजिए।"
कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व और प्रशांत किशोर के बीच मुलाकातों का दौर
गौरतलब है कि इन दिनों कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व और प्रशांत किशोर के बीच मुलाकातों का दौर जारी है, जिसने पीके के कांग्रेस में शामिल होने की अटकलों को जन्म दिया। किशोर की कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व से शुक्रवार को छठी मुलाकात होनी है। उम्मीद है कि प्रशांत किशोर को लेकर कांग्रेस की ओर से बनाई गई कमेटी आज कांग्रेस अध्यक्ष को अपनी रिपोर्ट भी सौंप देगी और कुछ दिनों बाद कांग्रेस पीके को लेकर अपना आधिकारिक ऐलान कर देगी।
अनुभवी नेताओं को दरकिनार नहीं करना चाहिए : घोष
पश्चिम बंगाल में उपचुनावों में बीजेपी की हालिया हार के बाद पार्टी की बंगाल इकाई में आंतरिक कलह के बीच पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिलीप घोष ने गुरुवार को कहा कि प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार को सब पर ध्यान देना चाहिए और अनुभवी नेताओं को दरकिनार नहीं करना चाहिए।
बीजेपी के कई वरिष्ठ सदस्यों ने हाल में राज्य इकाई के नेतृत्व पर पार्टी को ‘‘कमियों’’ की पहचान करने में विफल रहने के लिए निशाना साधा। घोष ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के कथित कुशासन के खिलाफ लड़ने में सक्षम बनने के लिए पार्टी को एकजुट होकर एक ताकत के रूप में काम करना चाहिए।