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20 करोड़ की मनी लॉन्ड्रिंग का खुलासा, IB और 18 राज्यों की पुलिस कर रही है जांच

मध्य प्रदेश की बालाघाट पुलिस ने साइबर फ्रॉड के बड़े अंतर्राज्यीय नेटवर्क का खुलासा किया है। इसमें पुलिस ने सेंट्रल और 18 राज्यों की जांच एजेंसी के साथ 20 करोड़ से ज्यादा का फ्रॉड पकड़ा है।

भोपाल (मनीष शर्मा) मध्य प्रदेश की बालाघाट पुलिस ने साइबर फ्रॉड के बड़े अंतर्राज्यीय नेटवर्क का खुलासा किया है। इसमें पुलिस ने सेंट्रल और 18 राज्यों की जांच एजेंसी के साथ 20 करोड़ से ज्यादा का फ्रॉड पकड़ा है। 300 से ज्यादा मोबाइल फोन, 75 से अधिक क्रेडिट कार्ड, 10 लाख रुपये ज़ब्त कर 8 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। इस फ्रॉड में बालाघाट शहर के मोबाइल फोन विक्रेताओं के नाम भी आए हैं। पुलिस अधीक्षक ने मामले का खुलासा करते हुए बताया इस मामले में सब पर कार्रवाई की जाएगी।
8 आरोपी गिरफ्तार, 300 से ज्यादा मोबाइल जब्त
बालाघाट पुलिस ने अंतर्राज्यीय साइबर फ्रॉड गिरोह का भांडाफोड़ किया है। इस पूरे नेटवर्क में अभी तक 8 लोगों की गिरफ्तारी हुई हैं। उनसे 300 से अधिक मोबाइल फोन, 10 लाख नगद, 75 से अधिक क्रेडिट कार्ड ज़ब्त किए गए। 30 से ज्यादा बैंक खातों का पता चला है। 700 से अधिक ऑपरेटर्स की पहचान की गयी है। पूरे देश मे 20 करोड़ से अधिक के मनी लॉन्ड्रिंग नेटवर्क का खुलासा इसमें हुआ है जो कि 18 राज्यो में फैला हुआ है। इसलिए उन राज्यों की पुलिस भी इस पूरे मामले में जांच कर रही है. पुलिस  ने आयकर विभाग और ईडी से भी संपर्क किया है।
18 से अधिक राज्यों में नेटवर्क
इस पूरे मामले के संदर्भ में पुलिस अधीक्षक अभिषेक तिवारी ने बताया कि गृह मंत्रालय, भारत सरकार और मध्य प्रदेश, झारखंड, आंध्र प्रदेश और कई राज्यों की पुलिस टीमों के सहयोग से इस अंतर्राज्यीय साइबर धोखाधड़ी मेगा नेटवर्क का भांडाफोड़ किया गया है। इस फ्रॉड में 700 से अधिक ऑपरेटर शामिल हैं जो ओटीपी धोखाधड़ी, क्रेडिट कार्ड धोखाधड़ी, ई-कॉमर्स धोखाधड़ी फर्जी आई डी, फर्जी मोबाइल नंबर, फर्जी पते, कालाबाजारी, कर चोरी, मनी लॉन्ड्रिंग और आदतन चोरी के माल के लेनदेन में शामिल होकर इसे विभिन्न चरणों में चला रहे थे। खुफिया इनपुट के माध्यम जांच की गई तो पता चला कि यह भारत के 18 से अधिक राज्यों में यह नेटवर्क चल रहा है। अब इसमें अलग-अलग एजेंसियों के माध्यम से लगातार जांच की जा रही है।
8 ऑपरेटर्स गिरफ्तार
शुरुआती जांच के बाद नेटवर्क के मुख्य 8 संचालकों को गिरफ्तार किया गया है। इसमें बालाघाट से दो, झारखंड से 4, आंध्र प्रदेश के दो आरोपी शामिल हैं। इनके पास से 300 से अधिक मोबाइल फोन, 10 लाख नगद, 30 से ज्यादा बैंक खाते फ्रीज, 75 से अधिक क्रेडिट कार्ड, हार्ड डिस्क, लैपटॉप टीवी और अन्य इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य बरामद किए गए हैं। पुलिस ने बालाघाट, जबलपुर, गोंदिया के मोबाइल संचालकों के पास से भी लगभग एक सैकड़ा मोबाइल जब्त किए हैं। 
पुलिस अधीक्षक ने कहा कि इस मामले में अभी जांच जारी है। इसमें और भी कई आरोपी शामिल हो सकते हैं। सभी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। अलग-अलग टीमों का गठन किया गया है। जिन राज्यों में यह फर्जीवाड़ा जुड़ा है उन राज्यों की पुलिस भी अलग से जांच कर रही है। यह पूरी जांच भारत सरकार गृह मंत्रालय के निर्देशानुसार हो रही है।
धोखाधड़ी का ये कारोबार 2019 से चल रहा था। मामले की कड़ी दर कड़ी बारीकी से जांच की जा रही है। इस मामले में और भी लोगों के शामिल होने की संभावना है. दो दिन पूर्व बालाघाट पुलिस ने मोबाइल की फर्जी खरीद फरोख्त में दो आरोपी भटेरा निवासी मनोज राणा और किरनापुर निवासी हुकुम बिसेन को गिरफ्तार किया था। उनके कब्जे से 7 लाख नगद और 74 मोबाइल फोन ज़ब्त किये गए थे।

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