रुद्रपुर : उत्तराखंड राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ के तत्वावधान में आयोजित प्रदेश कार्यकारिणी सम्मान समारोह में शिक्षकों की समस्याओं पर व्यापक चिंतन किया गया तथा आगामी रणनीति पर गहन चर्चा की गई। शिक्षकों ने अपनी विभिन्न समस्याओं को प्रभावी तरीके से उठाया तथा उनके निस्तारण की मांग की।
समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में प्रादेशिक अध्यक्ष दिग्विजय सिंह चौहान, प्रदेश मंत्री नंदन सिंह रावत तथा कोषाध्यक्ष जनक सिंह रावत के साथ ही प्रांतीय संयुक्त मंत्री प्रदीप पांडेय, रामचंद्र शर्मा व केके शर्मा का माल्यार्पण करके स्वागत व अभिनंदन किया गया। जिले के सभी विकास खंडों से आए शिक्षक प्रतिनिधियों तथा शिक्षकों ने प्रांतीय व जिला कार्यकारिणी के समक्ष अपनी समस्याएं रखी।
बैठक में मुख्य रूप से डीएलएड प्रशिक्षण मुक्ति, नई पेंशन योजना के स्थान पर पुरानी पेंशन योजना को लागू कराने, विद्यालय के अविवेकपूर्ण विलीनीकरण की गतिमान प्रक्रिया पर रोक लगाने, एसएसए के वेतन के नियमितीकरण, विद्यालयों के अचल संपत्ति की रजिस्ट्री, पैमाइश आदि कार्यों को राजस्व विभाग को सौंपे जाने के मुद्दों को उठाते हुए उनके निस्तारण की मांग की गई।
सभा को संबोधित करते हुए प्रांतीय संयुक्त मंत्री प्रदीप पांडे ने बेसिक विद्यालयों में शिक्षा की गुणवत्ता बनाए रखने के लिए प्रत्येक विद्यालय में एक अंग्रेजी भाषा का अध्यापक नियुक्त किए जाने की मांग की। उपस्थित शिक्षकों को आश्वस्त करते हुए प्रदेश महामंत्री नंदन सिंह रावत ने प्रदेश संगठन ने उपरोक्त समस्याओं के निदान के लिए उठाए गए कदमों की जानकारी दी।
कहा कि शिक्षा मंत्री से बात की जा चुकी है एवं केंद्रीय जनसंसाधन मंत्री प्रकाश जावेडकर ने इस प्रकरण पर सदन में बिल लाने का पूर्ण आश्वासन दिया है। प्रदेश अध्यक्ष दिग्विजय सिंह चौहान ने कहा कि अखिल भारतीय प्राथमिक शिक्षक संघ के नेतृत्व में पुरानी पेंशन योजना की बहाली के लिए केंद्र सरकार पर दबाव बनाया जा रहा है, जिसमें सफलता की पूरी संभावना है।
बैठक में कैलाश गुंसाई, अश्वनी गुंबर, मदन अधिकारी, रामनिवास, नितेंद्र सिंह गिल, कमान सिंह सामंत, अरविंद गोस्वामी, डा. दिनेश सिंह, जयंत मंडल, हरीश दनाई, कमल भाटिया, अशोक चौहान आदि मौजूद थे।