बनर्जी और पटनायक ने बैठक के बाद संवाददाताओं से कहा कि यह विशुद्ध रूप से एक शिष्टाचार मुलाकात थी और करीब 15 मिनट तक चली बैठक में किसी गंभीर राजनीतिक स्थिति पर चर्चा नहीं हुई। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने देश में संघीय ढांचे को मजबूत करने और जनता के लोकतांत्रिक अधिकारों को लेकर गुरुवार को ओडिशा के अपने समकक्ष नवीन पटनायक के साथ चर्चा की पटनायक ने कहा ‘‘ यह एक अनौपचारिक मुलाकात थी और हमने देश के संघीय ढांचे को मजबूत बनाने के संदर्भ में चर्चा की।’’ बनर्जी ने कहा कि वह देश के संघीय ढांचे पर पटनायक के विचारों का पूरा समर्थन करती हैं।
हमने बहुत अच्छे संबंध बनाये रखे हैं
उन्होंने अपनी ओडिशा दौरे के मौके पर नवीन सरकार के प्रोटोकॉल और आतिथ्य से बहुत हर्षित हैं। यह पूछे जाने पर कि क्या उन्होंने तीसरे मोर्चे के मुद्दे पर कोई चर्चा की, उन्होंने ने कहा, ‘‘ हमने केवल लोगों की सुरक्षा और लोकतांत्रिक अधिकारों पर बातचीत की है।’’ उन्होंने आगे कहा, ‘‘नवीन बाबू बहुत बड़ा नेता हैं और हमने बहुत अच्छे संबंध बनाये रखे हैं।’’ उन्होंने बताया कि पटनायक को पश्चिम बंगाल के दीघा में एक नये जगन्नाथ मंदिर का निर्माण किये जाने की जानकारी दी और इस अवसर पर उन्हें आमंत्रित किया है। उन्होंने पुरी में विश्व बंगला भवन के निर्माण के लिए दो एकड़ जमीन उपलब्ध कराने के लिए भी मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया।
मंगलवार को यहां पहुंची बनर्जी
बनर्जी ने कहा कि उन्होंने पश्चिम बंगाल के उद्योगों के लिए लौह अयस्क की आपूर्ति और दोनों राज्यों के बीच एक औद्योगिक गलियारे के विकास का अनुरोध किया है। इससे पहले पटनायक ने बनर्जी को ‘महाप्रभु का अंग शास्त्र’ भेंट कर स्वागत किया। उन्होंने तीन रथों की प्रतिकृति, एक जरदोजी का काम और राज्य की सबसे लोकप्रिय मिठाई छेना पोड़ भी उन्हें भेंट की। राज्य के तीन दिवसीय दौरे पर मंगलवार को यहां पहुंची बनर्जी पुरी में अपने प्रवास के दौरान उन्होंने जगन्नाथ मंदिर और विश्व बंगला भवन के निर्माण के लिए बलियापांडा में प्रस्तावित स्थल का भी दौरा किया का दौरा किया। वह यहां नवीन निवास में पटनायक से मुलाकात के बाद आज दोपहर पश्चिम बंगाल लौट गयी।