ग्वालियर : डेंगू एवं मलेरिया के मरीजों को अनावश्यक रेफर न करें। इसका इलाज सभी स्तर के अस्पतालों में उपलब्ध है। इसलिए चिकित्सक आत्मविश्वासपूर्वक डेंगू व मलेरिया से प्रभावित मरीजों का इलाज करें। साथ ही मरीजों एवं उनके परिजनों को भी भरोसा दिलाएं कि स्थानीय अस्पताल में भी इलाज की बेहतर सुविधा उपलब्ध है। यह बात डेंगू एवं मलेरिया की रोकथाम को लेकर आयोजित हुई संभाग स्तरीय कार्यशाला में भाग लेने आए चिकित्सकों से विषय विशेषज्ञों ने कही।
कार्यशाला का आयोजन संभाग आयुक्त श्री बी एम शर्मा के निर्देश पर यहाँ सिटी सेंटर स्थित राज्य स्वास्थ्य एवं संचार प्रबंधन संस्थान में किया गया। कार्यशाला में संभाग के विभिन्न जिलों के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, सिविल सर्जन, शिशु रोग विशेषज्ञ, जिला मलेरिया अधिकारी, बीएमओ, जिला सर्विलेंस अधिकारी इत्यादि ने भाग लिया। क्षेत्रीय संचालक स्वास्थ्य सेवाएं डॉ. ए के दीक्षित ने सभी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों सहित अन्य चिकित्सकों को निर्देश दिए कि डेंगू एवं मलेरिया के मरीजों का इलाज स्थानीय स्तर पर करें।
मरीजों को अनावश्यक रेफर कदापि न किया जाए। गजराराजा मेडीकल कॉलेज के शिशु एवं बाल रोग विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. अजय गौड़, मेडीसन के विभागध्यक्ष डॉ. ओ पी जाटव, असिस्टेंट प्रोफेसर कम्युनिटी मेडीसन डॉ. मनोज बंसल ने डेंगू एवं मलेरिया की रोकथाम, लक्ष्य, निदान व उपचार पर व्याख्यान दिए।कार्यशाला में डेंगू के लक्षण, जाँच व उपचार के संबंध में विस्तारपूर्वक चिकित्सकों का मार्गदर्शन किया गया।