कोलकाता के आंदोलनरत डॉक्टरों के समर्थन में राजधानी रायपुर समेत छत्तीसगढ़ के अनेक जिलों में जूनियर डॉक्टरों ने शुक्रवार को विरोध प्रदर्शन किया। रायपुर के डॉक्टर भीमराव अंबेडकर अस्पताल के जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन के अध्यक्ष भगवती चंद्र वर्मा ने यहां पीटीआई-भाषा को बताया कि कोलकाता में चिकित्सकों के साथ मारपीट के विरोध में तथा अपनी मांगों को लेकर जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन के सदस्यों ने आज प्रदर्शन किया।
वर्मा ने बताया कि जूनियर डाक्टरों ने सुबह आठ बजे से दोपहर बाद दो बजे तक विरोध प्रदर्शन किया और ओपीडी तथा ऑपरेशन थिएटर का बहिष्कार किया। आपात चिकित्सा को आंदोलन के दायरे से बाहर रखा गया। उन्होंने बताया कि वरिष्ठ चिकित्सक इस प्रदर्शन में शामिल नहीं हुए लेकिन उन्होंने काली पट्टी लगाकर कोलकाता की घटना का विरोध किया।
राज्य के अंबिकापुर और राजनांदगांव स्थित मेडिकल कॉलेज के जूनियर डॉक्टरों ने भी विरोध प्रदर्शन किया। एम्स मेडिकल स्टूडेंट यूनियन के पूर्व अध्यक्ष राजेंद्र चौधरी ने बताया कि रायपुर स्थित एम्स अस्पताल के तकरीबन 500 सीनियर रेजिडेंट डॉक्टर, जूनियर रेजिडेंट डॉक्टर, इंटर्न और छात्रों ने सुबह आठ बजे से दोपहर एक बजे तक विरोध प्रदर्शन किया।
चौधरी ने कहा कि उनका संगठन कोलकाता के डॉक्टरों के साथ है और ‘मेडिकल प्रोटेक्शन ऐक्ट’ लागू करने की मांग करता है जिससे चिकित्सकों को काम के लिए सुरक्षित माहौल मिल सके।
कोलकाता के एनआरएस मेडिकल कॉलेज में अस्पताल में एक मरीज के परिजनों द्वारा कथित रूप से दो जूनियर डॉक्टरों की पिटाई के बाद पश्चिम बंगाल के जूनियर डॉक्टर पिछले मंगलवार से हड़ताल पर हैं। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने इस घटना के विरोध में शुक्रवार को ऑल इंडिया प्रोटेस्ट डे के रूप में मनाने का आह्वान किया है।