पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को हिन्दुओं के सबसे बड़ और पवित्र पर्व दुर्गापूजा के आयोजन से आयकर लिए जाने पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि दुर्गापूजा को आयकर के दायरे में नहीं लाया जा सकता। सुश्री बनर्जी ने कहा,‘‘ दुर्गापूजा के चार दिनों का आयोजन विश्व के लोगों के लिए एक आश्चर्य है।
बहुत सी दुर्गापूजा समितियां कारपोरेट फंड प्राप्त करती है।’’ उन्होंने सवाल किया कि प्रायोजन और दान के जरिए फंड हासिल करने वाली समितियों को आयकर से राहत क्यों नहीं मिल सकती।’’ उन्होंने कहा कि दुर्गापूजा के जरिए लाखों लोग अपनी जीविका चलाते हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘ अगर पूजा समितियों से कर लिया जाता है, तो यह पूजा का अपमान होगा। राज्य सरकार ने पिछले वर्ष सामुदायिक विकास फंड से कुछ पूजा समितियों को 10-10 हजार रूपये दिये थे।’’ सुश्री बनर्जी ने कहा, ‘‘ चुनाव प्रचार के लिए हिन्दुत्व के मुद्दे को उछाला जाना और दुर्गापूजा के आयोजन को आयकर के दायरे में लाया जाना दोनों ही गलत है।
उन्होंने आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) प्रतिशोध और बंटवारे की राजनीति कर रही है। उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा ने चुनाव के दौरान बंगालियों और गैर-बंगालियों के बीच धर्म के आधार पर अलगाव की स्थिति पैदा की। चुनाव जैसे ही संपन्न हुए वे दुर्गापूजा आयोजकों को एजेंसियों द्वारा जांच के नाम पर धमका रहे हैं। भाजपा को पहले लोगों के दिलों को जीतना सीखना चाहिए, लेकिन वे ईवीएम मशीनों जैसे इस पर कब्जा नहीं कर सकते।