अरुणाचल प्रदेश के पांगिन में सुबह करीब 8 बजकर 8 मिनट पर भूकंप के झटके महसूस किए गए। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी बताया कि रिकटर स्कैल पर भूकंप की तीव्रता 4.5 मापी गई। एक अक्टूबर के बाद यह तीसरी बार है जब यहां भूकंप आया है। इससे पहले सोमवार को अरुणाचल प्रदेश के बसर में रिक्टर पैमाने पर 4.4 तीव्रता का भूकंप आया था। वहीं, 2 अक्टूबर को बसर में 4.1 तीव्रता का भूकंप आया था।
इससे पहले 4 अक्टूबर यानी कल बसर में 4.2 तीव्रता का भूकंप आया था। राज्य में 2 अक्टूबर को भी 4.1 तीव्रता के भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। 19 सितंबर को भी यहां भूकंप के झटके महसूस किए जा चुके हैं।
क्यों आता है भूकंप?
पृथ्वी कई लेयर में बंटी होती है और जमीन के नीचे कई तरह की प्लेट होती है। ये प्लेट्स आपस में फंसी रहती हैं, लेकिन कभी-कभी ये प्लेट्स खिसक जाती है, जिस वजह से भूकंप आता है। कई बार इससे ज्यादा कंपन हो जाता है और इसकी तीव्रता बढ़ जाती है। भारत में धरती के भीतर की परतों में होने वाली भोगौलिक हलचल के आधार पर कुछ जोन तय किए गए हैं और कुछ जगह यह ज्यादा होती है तो कुछ जगह कम।
इन संभावनाओं के आधार पर भारत को 5 जोन बांटा गया है, जो बताता है कि भारत में कहां सबसे ज्यादा भूकंप आने का खतरा रहता है। इसमें जोन-5 में सबसे ज्यादा भूकंप आने की संभावना रहती है और 4 में उससे कम, 3 उससे कम होती है।