शुक्रवार देर रात करोड़ों रुपये के राशन वितरण मामले में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) नेता शंकर आध्या को गिरफ्तार किया। इसके बाद ईडी ने शनिवार को शंकर आध्या को विशेष पीएमएलए अदालत में पेश किया। जहां ईडी के वकील ने दावा किया कि बीते कुछ वर्षों में शंकर आध्या ने विदेशी मुद्रा लेनदेन में लगभग 20 करोड़ रुपये कमाए हैं।
ईडी के वकील ने यह भी कहा कि इस तरह के विदेशी मुद्रा लेनदेन 90 एजेंसियों के माध्यम से किए गए थे। एजेंसी के अनुसार, टीएमसी नेता आध्या अर्जित धन के स्रोत से संबंधित कोई भी दस्तावेज पेश करने में असमर्थ थे। ईडी का मानना है कि विदेशी मुद्रा का यह भारी लेनदेन कथित राशन वितरण घोटाले की आय का उपयोग करके किया गया था।
ईडी के वकील ने अदालत को बताया कि भारतीय रुपयों को विदेशी मुद्राओं में परिवर्तित किया गया। फिर विदेश में मुख्य रूप से दुबई में स्थानांतरित किया गया, कभी-कभी सीधे और कभी-कभी बांग्लादेश के माध्यम से। विशेष अदालत के न्यायाधीश ने विदेशी मुद्रा लेन देन में इतनी बड़ी मात्रा में धन की संलिप्तता पर आश्चर्य जताया। उन्होंने कहा, इतनी बड़ी मात्रा में लेनदेन हुआ है और फिर भी कुछ लोग दावा करते हैं कि यह एक गरीब राज्य है। आध्या के वकील ने दावा किया कि विदेशी मुद्रा में लेन-देन कोई अवैध व्यवसाय नहीं है। उनके मुवक्किल ने कानूनी तरीके से काम किया।
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