झारखंड (Jharkhand) में टेंडर घोटाले (Tender Scam) को लेकर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Chief Minister Hemant Soren) के करीबियों पर प्रवर्तन निदेशालय (ED) का निशाना कसता जा रहा है। इसी कड़ी में ईडी आज मुख्यमंत्री सोरेन के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा के घर समेत अन्य ठिकानों पर ताबड़तोड़ छापेमारी कर रही है।
बताया गया है कि पंकज मिश्रा के करीबी कहे जाने वाले मिर्जाचौकी स्थित कारोबारी राजू, पतरु सिंह और ट्विंकल भगत के ठिकानों पर ईडी ने दबीश दी है। इसके अलावा बरहरवा में भी दो व्यवसायियों के ठिकानों पर छापेमारी की सूचना है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार ईडी की अलग-अलग टीमों ने शुक्रवार सुबह 5 बजे से पंकज मिश्रा और उनसे जुड़े अन्य ठिकानों पर छापेमारी शुरू की है। इस दौरान बिहार और पश्चिम बंगाल के सीआरपीएफ टीम की मदद ली जा रही है।
इससे पहले इस वर्ष 4 जून को ईडी ने पंकज मिश्रा के खिलाफ टेंडर विवाद में दर्ज केस को टेकओवर किया था। यह मामला साहिबगंज के बड़हरवा में जून 2020 के टेंडर विवाद में दर्ज किया था, जिसमें सीएम के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा और अन्य को आरोपी बनाया गया था। इसकी जांच कांग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर आलम तक पहुंचने की भी संभावना है,क्योंकि दर्ज केस में पंकज मिश्रा और अन्य अंकित है। हालांकि सीधे तौर पर आलमगीर आलम का नाम दर्ज नहीं है।
यह केस शंभू नंदन कुमार उर्फ शंभू भगत ने दर्ज कराया था, जिसमें टेंडर विवाद के एक मामले में बड़हरवा थाना क्षेत्र में मंत्री आलमगीर आलम और पंकज मिश्रा के इशारे पर मारपीट किये जाने की प्राथमिकी दर्ज करायी गयी थी, लेकिन दोनों ही आरोपियों को साहिबगंज पुलिस ने क्लीन चिट दे दिया था। शंभू भगत ने इस मामले में ईडी के समक्ष भी शिकायत की थी। दूसरी तरफ आईएएस पूजा सिंघल की गिरफ्तारी के बाद भी कई जिला खनन पदाधिकारियों से हुई पूछताछ में भी पंकज मिश्रा का नाम सामने आया था।