महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे उद्धव ठाकरे पर हमला बोलने का एक मौका नहीं छोड़ते है। एक बार फिर उन्होंने ठाकरे पर निशाना साधा है। उन्होंने बताया कि साल 2019 से उनके और उद्धव ठाकरे के बीच मनमुटाव शुरू हुआ था। उनका कहना है कि उन्होंने कोई गद्दारी नहीं की है, बल्कि बालासाहेब ठाकरे के सिद्धांतों और आदर्शों को उन्होंने बढ़ाने का काम किया है, जबकि ठाकरे सब भूल गए थे।
हमने शिवसेना को किया मजबूत : शिंदे
एक रिपोर्ट के अनुसार एकनाथ शिंदे ने अपने बयान में कहा, ' हम लोग ही असली शिवसैनिक हैं। हमारे लोगों और हमने दिवगंत बालासाहब के विचारों को आगे बढ़ाया है। ये बात अलग है कि मेरे नाम के साथ साथ ठाकरे न लगा हो लेकिन, हम ही हैं जो बालासाहब की असली विचारधारा को आगे बढ़ा रहे हैं। शिवसेना का बीजेपी के साथ हमेशा से साथ रहा है। हम लोग कोई गद्दार नहीं है।'
बीजेपी और शिवसेना को मिला जनता का समर्थन
वही, उन्होंने आगे कहा कि जनता द्वारा साल 2019 में बीजेपी और शिवसेना गठबंधन को वोट दिया गया था लेकिन, फिर हमारी पार्टी की ओर से कांग्रेस और एनसीपी के साथ गठबंधन कर लिया गया, जो अनैतिक था। इस वजह से मेरे और ठाकरे के बीच मनमुटाव शुरू हो गया था। उद्धव ठाकरे को आत्ममंथन की जरूरत है। हमारा विजन बिलकुल साफ है। हमें पता है कि क्या करना है।
उद्धव ठाकरे को आत्ममंथन की जरूरत: शिंदे
इसी के साथ उन्होंने अपने और उद्धव ठाकरे के रिश्ते पर सवाल किया गया तो उन्होंने साफ कहा कि भविष्य में ये खटास दूर होगी या नहीं ये अभी कहा नहीं जा सकता है। लेकिन हम ये जरूर कह सकते है कि बीजेपी और शिवसेना को जनता का समर्थन मिला है। हमारा लक्ष्य है कि हम बालासाहेब के सिद्धांतों को आगे बढ़ाने का काम करे। जो अभी हम कर रहे है।