शिवसेना के नेता एकनाथ शिंदे ने मंगलवार को कहा कि उद्धव ठाकरे की पार्टी के नेतृत्व वाले गठबंधन के पास महाराष्ट्र विधानसभा में बहुमत साबित करने के लिए 162 विधायकों का समर्थन है और ऐसे में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को पद से इस्तीफा देना चाहिए। उन्होंने दावा किया कि शक्ति परीक्षण के दौरान शिवसेना, राकांपा और कांग्रेस के महा विकास अघाड़ी गठबंधन के पास 170 विधायकों का समर्थन होगा।
सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को निर्देश दिया कि महाराष्ट्र विधानसभा में बुधवार को शक्ति परीक्षण करवाया जाए। अब फडणवीस को बुधवार को सदन में बहुमत साबित करना होगा। शनिवार को सुबह राजभवन में राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने फडणवीस को मुख्यमंत्री पद की और राकांपा के अजीत पवार को उप मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलवाई थी।
महाराष्ट्र विधानसभा में बहुमत साबित करने संबंधी SC का फैसला पार्टी के लिए झटका नहीं : BJP
शिंदे ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘सभी को अंधेरे में रखते हुए देवेंद्र फडणवीस को शपथ दिलवाई गई। उन्हें पद से इस्तीफा देना चाहिए। हमारे पास कम से कम 162 विधायकों का समर्थन है। शक्ति प्रदर्शन के दौरान 170 विधायक हमारा समर्थन करेंगे।’’ शीर्ष अदालत के फैसले के मद्देनजर शिवसेना के वरिष्ठ नेता यहां एक होटल में रुके पार्टी के 56 विधायकों से आज मुलाकात करेंगे। पार्टी के एक नेता ने कहा कि शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे बैठक को संबोधित करेंगे।
इस बीच शिवसेना के प्रवक्ता संजय राउत ने देवेंद्र फडणवीस को मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलवाने के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के फैसले को ‘लोकतंत्र की हत्या’ करार दिया। राउत ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘बीजेपी बहुमत के फर्जी दस्तावेज दिखाकर सत्ता में आई।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मुझे भरोसा है कि शक्ति परीक्षण के दौरान महा विकास अघाड़ी का एक भी विधायक दल नहीं बदलेगा। हमने राष्ट्रपति और राज्यपाल के समक्ष यह दिखाया है कि हमारे पास 162 विधायकों का समर्थन है।’’
राउत ने कहा कि अगर बीजेपी के पास बहुमत है तो उसे विश्वास मत के दौरान इसे साबित करना चाहिए। गौरतलब है कि फडणवीस सरकार के शक्ति परीक्षण के संबंध में सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने से एक दिन पहले, सोमवार को शिवसेना-राकांपा-कांग्रेस गठजोड़ ने अपनी ताकत दिखाते हुए 162 विधायकों की परेड करायी। इस दौरान सभी विधायकों ने बीजेपी के किसी भी प्रलोभन के सामने नहीं झुकने का संकल्प लिया।
शिवसेना, राकांपा और कांग्रेस के विधायक फिलहाल मुंबई के अलग-अलग होटलों में ठहरे हुए हैं। महाराष्ट्र में अप्रत्याशित राजनीतिक घटनाक्रम में राज्यपाल ने शनिवार की सुबह बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस को मुख्यमंत्री और राकांपा नेता अजित पवार को उप मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलायी थी।
उल्लेखनीय है कि बीजेपी-शिवसेना गठबंधन ने पिछले महीने हुए राज्य विधानसभा चुनाव में क्रमश: 105 और 56 सीटों के साथ स्पष्ट बहुमत हासिल किया था। हालांकि, शिवसेना की मुख्यमंत्री पद की मांग बीजेपी द्वारा ठुकराए जाने के बाद यह गठबंधन टूट गया। राकांपा और कांग्रेस ने 21 अक्टूबर को हुए चुनाव में क्रमश: 54 और 44 सीटों पर जीत दर्ज की थी।