पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी नंदीग्राम में चुनाव प्रचार के दौरान बांए पैर में चोट लगने से घायल हो गईं जिसके बाद उन्हें कोलकाता के एसएसकेएम अस्पताल में भर्ती कराया गया। इस घटना के बाद टीएमसी और बीजेपी के बीच वाक् युद्ध शुरू हो गया। वहीं चुनाव आयोग ने राज्य के मुख्य सचिव और राज्य के विशेष पर्यवेक्षकों घटना पर विस्तृत जानकारी मांगी है।
कैलाश विजयवर्गीय ने लगाया मुद्दे पर ‘राजनीतिकरण’ का आरोप
ममता बनर्जी पर हुए कथित हमले पर बीजेपी नेता कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि वे (टीएमसी) इस मुद्दे का राजनीतिकरण कर रहे हैं। हालांकि, हमारा मानना है कि ऐसी घटनाओं का राजनीतिकरण नहीं किया जाना चाहिए। मुझे उम्मीद है कि चुनाव आयोग राजनीतिक हिंसा को नियंत्रित करने के लिए पश्चिम बंगाल में पर्याप्त केंद्रीय बल भेजेगा।
पश्चिम बंगाल के पुलिस महानिदेशक पी. निरजनारायण ने मुख्यमंत्री की चोट पर पूर्वी मिदनापुर के पुलिस अधीक्षक से रिपोर्ट भी मांगी। यह भी देखा जा रहा है कि क्या सुरक्षा चूक थी। घटना के बाद ममता ने कहा, “मैं अपनी कार के बाहर दरवाजा खोलकर खड़ी थी। मैं प्रार्थना करने के लिए एक स्थानीय मंदिर में जाने वाली थी। कुछ लोगों ने अचानक आकर कार के दरवाजे को धक्का दिया, जिससे मेरे पैर में चोट आई।”
वहीं, बैरकपुर से भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के लोकसभा सांसद अर्जुन सिंह ने कहा कि ममता झूठ बोल रही हैं और उनका ड्रामा ध्यान आकर्षित करने और जनता की सहानुभूति हासिल करने के लिए लक्षित था। उन्होंने कहा, “वह हर बार जनता की सहानुभूति पाने के लिए ऐसा करती हैं। यह कुछ और नहीं, बल्कि उसका नाटक है।”