मसूरी : प्रशासन ने मसूरी झील के समीप एक बार फिर से अतिक्रमण हटाओ अभियान भारी पुलिस बल व पीएसी के साथ शुरू किया। अतिक्रमण हटाओ अभियान का ग्रामीणों ने जोरदार विरोध किया, लेकिन प्रशासन ने एक नहीं सुनी। वहीं ग्रामीणों ने चेतावनी दी कि अगर मसूरी से अन्य नहीं अतिक्रमण हटाया गया तो वह आंदोलन करेंगे व खुद पुनः दुकानें बनायेंगे।
एडीएम बीर सिंह बुधियाल एवं एसडीएम राम गोपाल बिंदवाल के नेतृत्व में एक बार फिर मसूरी देहरादून मार्ग पर मसूरी झील के समीप जेसीबी गरजी। अतिक्रमण हटाओ अभियान के दौरान भारी संख्या में कोतवाल भावना कैंथोला के नेतृत्व में पुलिस, पीएसी व फायर सर्विस के जवान मौजूद रहे।
जिन्होंने उत्तेजित ग्रामीणों को समझाने का भरसक प्रयास किया। अंत ग्रामीणों ने खुद अतिक्रमण हटाना शुरू कर दिया व कुछ स्थानों पर जेसीबी चलाई गई। मौके पर मौजूद भटटा गांव के दयाल सिंह रावत, नरेश पंवार, राकेश रावत, आशीष रावत, कुलदीप जदवाण, आनंद रावत आदि ने प्रशासन की इस कार्रवाई का विरोध किया और कहा कि यहां पर स्थानीय ग्रामीणों ने रोजगार के लिए दुकानें बनाई, जो साठ सत्तर साल पुरानी हैं। लेकिन प्रशासन इन्हें तोड़ कर उनके परिवारों की रोजी रोटी छीन रहा है,जिसे बर्दास्त नहीं किया जायेगा।
इस मौके पर एसडीएम राम गोपाल बिंदवाल ने कहा कि मसूरी देहरादून मार्ग पर कुल 109 अतिक्रमण चिन्हित किए गये है, जिनको एमडीडीए ने ध्वस्तीकरण के नोटिस दिए थे। जिस पर प्रशासन कार्रवाई कर रहा है और हाइवे पर यह कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी।
अतिक्रमण हटाओ अभियान में एमडीडीए, लोकनिर्माण विभाग, राजस्व विभाग, जल संस्थान, नगर पालिका के अधिकारी भी मौजूद रहे। इस मौके पर नगर पालिका अधिशासी अधिकारी एमएल शाह, जल संस्थान के अधिशासी अभियंता एसके सैनी, सहायक अभियंता टीएस रावत, सहित बड़ी संख्या में कर्मचारी व ग्रामीण मौजूद रहे।