मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मध्यप्रदेश में माफिया के खिलाफ एक्शन के साथ डीजीपी विवेक जौहरी को प्रदेश में नशा बेचने वाले माफियाओं के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। राज्य सरकार ने प्रदेश में सूखे जहर का बढ़ता कारोबार और माफिया के खत्म करने के लिए कई स्तर पर तैयारी कर ली है।
इंदौर में नशा बेचने के आरोप में पकड़ी गई ‘आंटी’ के मामले में मुख्यमंत्री ने कहा कि इसकी गंभीरता से जांच होनी चाहिए। इंदौर में माफिया का गठजोड़ नशे के कारोबार को खत्म करने के लिए सरकार बड़ा एक्शन लेने के लिए तैयार है। इंदौर में सामने आए ड्रग्स कनेक्शन में हाई प्रोफाइल महिला पुलिस की गिरफ़्तार में आ गई है।
वह अलग-अलग नामों से जिम, पब और गर्ल्स होस्टलों तक एमडी ड्रग्स और कोकीन पहुंचा रही थी। पुलिस को पता चला है कि जिम जाने वाली, होस्टल में रहने वाली कई लड़कियां ड्रग्स लेने की आदी हो गईं। इसके आलावा मुंबई के बड़े तस्करों के साथ जुडी हुई थी और साथ ही स्कीम-78 में खुद का बंगला लेकर रह रही थी।
शुक्रवार को इस संबंध में मुख्यमंत्री निवास में हुई बैठक में नशे को पूरी तरह से खत्म करने की रणनीति पर चर्चा हुई। इस बैठक में मध्यप्रदेश के मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, डीजीपी विवेक जौहरी, अपर मुख्य सचिव (गृह) राजेश राजौरा मौजूद थे। इसके अलावा वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए 8 संभागों के आयुक्त, आईजी और 15 जिलों के कलेक्टर और एसपी भी मौजूद रहे।
विदेशी एजेंटों से भी जुड़ी हुई थी यह महिला फर्राटेदार इंग्लिश व अन्य भाषाएं भी बोलती है। पुलिस ने इस महिला को ग्राहक बनकर पकड़ा। इंदौर में किसी भी बड़े होटल-पब में पार्टियों के लिए ‘कोक’ नामक ड्रग्स यही उपलब्ध करवाती थी। इसके दिल्ली में भी कई विदेशी ड्रग्स डीलर्स से संपर्क थे ।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि ड्रग्स एवं नशीली वस्तु का कारोबार करने वाले लोग मानवता के दुश्मन हैं, इन्हें किसी भी हालत में छोड़ा नहीं जाना चाहिए। प्रदेश में ड्रग माफिया के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए। इसके लिए विशेष अभियान चलाकर उनकी जड़ों पर प्रहार करें।
चौहान ने यह भी कहा कि देश में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो की ओर से 15 से 22 दिसंबर तक नशा विरोधी विशेष अभियान चलाया जाना प्रस्तावित है। सीएम ने निर्देश दिए कि इस संबंध में प्रदेश में सघन अभियान चलाकर नशीली वस्तुओं का कारोबार करने वालों को नेस्तनाबूद कर दिया जाए।