तमिलनाडु की इरोड विधानसभा सीट पर 27 फरवरी को होने वाले उपचुनाव के मद्देनजर विभिन्न राजनीतिक दलों का चुनाव प्रचार जोर-शोर से जारी है और वे अपनी जीत सुनिश्चित करने के लिए नए-नए प्रयोग कर रहे हैं। ऐसे में राजनीतिक दलों द्वारा मतदाताओं को तरह-तरह के प्रलोभन देने के दावे चर्चा का विषय बन गए हैं। इस उपचुनाव को द्रमुक और मुख्य अन्नाद्रमुक से जिस प्रकार तवज्जो मिल रही है, वह उल्लेखनीय है। वोटरों को लुभाने के लिए नकदी, ब्रांडेड कपड़ों सहित आकर्षक उपहार, एक-एक ग्राम सोने के सिक्के और चांदी की वस्तुएं, पर्यटन स्थलों का भ्रमण और सप्ताहांत के दौरान ताजा मांस प्रदान करने जैसे कथित प्रस्ताव के नए फॉर्मूले इस उपचुनाव का हिस्सा हैं।
चुनाव आयोग रख रहा है हर नजर
यदि कुछ हलकों द्वारा लगाए गए आरोप सही हैं, तो चार मतदाताओं वाले एक लक्षित परिवार के लिए कुल 10,000 रुपये मूल्य के उपहार और नकदी या संभवत: इससे भी अधिक राशि निर्धारित की गई है। निर्वाचन अधिकारियों ने कहा कि वे 24 घंटे नजर रख रहे हैं और जब भी उन्हें कोई शिकायत मिलती है, वे मतदाताओं को रिश्वत दिए जाने से रोकने के लिए आवश्यक सभी कदम उठाते हैं। उन्होंने कहा कि अब तक वोट के लिए उपहार या नकद देने का कोई आरोप साबित नहीं हुआ है। उपहार और नकदी दिए जाने के मामले पर स्थानीय लोगों ने झिझकते हुए कहा कि प्रस्ताव द्रमुक और अन्नाद्रमुक दोनों के समर्थकों की ओर से है। उपचुनाव में द्रमुक कांग्रेस के उम्मीदवार ईवीकेएस एलंगोवन का समर्थन कर रही है। मुख्य विपक्षी पार्टी अन्नाद्रमुक ने यहां से अपने पूर्व विधायक के. एस. थेनारासु को चुनाव मैदान में उतारा है।
भाजपा ने विपक्षी दलों पर लगाए आरोप
अन्नाद्रमुक और उसकी सहयोगी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने आरोप लगाया है कि सत्ताधारी पार्टी जीतने के लिए इस तरह के लुभावने (नकदी, उपहार देने के) फॉर्मूले का उपयोग कर रही है, जबकि द्रमुक-कांग्रेस गठबंधन ने आरोपों को खारिज किया है। पूर्व केंद्रीय मंत्री एलंगोवन ने मीडिया से कहा कि इस तरह के आरोप पूरी तरह से झूठे हैं।
विपक्षी पार्टी ने बीजेपी के आरोपों को बताया झूठा
उन्होंने कहा, हारने वाले दल हमेशा इस तरह के आरोप लगाते हैं। वे यह स्वीकार नहीं कर सकते कि उनके पास लोगों का समर्थन नहीं है और यह उनकी हार का कारण है। इसके विपरीत वे झूठे आरोप लगाते हैं और यह सामान्य बात है। मुझे यकीन है कि मैं बड़े अंतर से जीतूंगा। इरोड से दो बार के विधायक रहे थेनारासु ने कहा कि लोग केवल अन्नाद्रमुक पर भरोसा करते हैं और उपचुनाव में विजेता वही होंगे। उन्होंने आरोप लगाया कि द्रमुक-कांग्रेस गठबंधन ने वोट हासिल करने के लिए संदिग्ध तरीकों का सहारा लिया।