मुंबई की एक अदालत ने धर्मा प्रोडक्शन के एक पूर्व अधिकारी क्षितिज आर. प्रसाद को 3 अक्टूबर तक नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) की हिरासत में भेज दिया है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। प्रसाद पर एक व्यापारी से मादक पदार्थ खरीदने का आरोप है। साथ ही उसपर प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से कई पैडलर्स या सप्लायर्स के साथ संबंध रखने का आरोप है। इनमें से कई को ड्रग्स मामले में चल रही जांच के सिलसिले में गिरफ्तार किया गया है।
हालांकि क्षितिज ने सभी आरोप से इनकार किया है और दावा किया है कि उसे इस मामले में फंसाया गया है। धर्मा प्रोडक्शन के पूर्व कर्मचारी प्रसाद को पूछताछ के बाद एनसीबी ने शनिवार शाम हिरासत मे लिया था। उसे एनसीबी ने मजिस्ट्रेट कोर्ट के समक्ष पेश किया और नौ दिन की रिमांड मांगी, लेकिन अदालत ने 3 अक्टूबर तक यानी छह दिन की रिमांड की मंजूरी दी।
बता दें कि एनसीबी सुशांत सिंह राजपूत की मौत से जुड़े मादक पदार्थ मामले में धर्मा प्रोडक्शन के कार्यकारी निर्माता क्षितिज रवि प्रसाद से पूछताछ के बाद शनिवार को उन्हें गिरफ्तार कर लिया। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि एनसीबी के क्षेत्रीय निदेशक समीर वानखेड़े के नेतृत्व में ब्यूरो का एक दल शुक्रवार को प्रसाद को उपनगरीय वर्सोवा इलाक में उनके घर से ले गया था। उनसे एनसीबी के बल्लार्ड एस्टेट कार्यालय में पूछताछ की गयी।
अधिकारी ने कहा, ‘‘ शनिवार को गिरफ्तारी के बाद उन्हें कोविड-19 समेत मेडिकल परीक्षणों के लिए अस्पताल ले जाया गया।’’ शुक्रवार को एनसीबी ने धर्मा प्रोडक्शन के अनुभव चोपड़ा से हिंदी फिल्मोद्योग में ड्रग मामले के संबंध में पूछताछ की थी।
शुक्रवार को एक बयान में निर्माता निर्देशक करण जौहर ने कहा था कि प्रसाद एक परियोजना के लिए अनुबंध के आधार पर एक कार्यकारी निर्माता के तौर पर धर्मा प्रोडक्शन से संबद्ध कंपनी धर्माटिक इंटरटेमेंट से जुड़े थे लेकिन बात नहीं बन पायी। जौहर ने कहा कि अनुभव चोपड़ा एक सहायक निर्देशक के तौर पर महज कुछ समय के लिए उनके बैनर से जुड़े रहे और केवल दो प्रोजेक्ट पर काम किया।