भारत इस साल अगस्त को आजादी का 75वां साल मनाने जा रहा है। इसी बीच ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ के तहत केंद्र सरकार ने ‘हर घर तिरंगा’ अभियान का एलान किया है। जिसमें 13 से 15 अगस्त तक देश भर में 20 करोड़ घरों पर राष्ट्रीय झंडा ‘तिरंगा’ फहराने का लक्ष्य रखा गया है। ‘हर घर तिरंगा अभियान के तहत असम में अब तक 16.07 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य के 53 लाख से अधिक तिरंगों की बिक्री हो चुकी है। आजादी की 75वीं वर्षगांठ के मौके पर ‘‘हर घर तिरंगा’’ अभियान के तहत देश भर में निजी और व्यावसायिक प्रतिष्ठानों पर तिरंगा फहराया जाएगा।
तिरंगा अभियान से असम में जोश
असम राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन (एएसआरएलएम) के तहत स्थानीय स्तर पर तैयार किए गए 33 लाख तिरंगों की बिक्री हुई, जबकि अन्य 20 लाख तिरंगे उचित मूल्य की दुकानों के माध्यम से बेचे गए हैं। राज्य सरकार ने राष्ट्रव्यापी कार्यक्रम के तहत 13 से 15 अगस्त तक शैक्षणिक संस्थानों सहित घरों, सरकारी और निजी संस्थानों में 80 लाख राष्ट्रीय ध्वज फहराने का लक्ष्य रखा है।
मुख्यमंत्री ने ट्वीट करके दी जानकारी
मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने ट्वीट कर कहा कि राज्य में ‘हर घर तिरंगा’ अभियान जोरों से चल रहा है। उन्होंने लिखा, ”मुझे यह बताते हुए खुशी हो रही है कि हमारे राज्य में अब तक उचित मूल्य की दुकानों से 20 लाख और एएसआरएलएम से 33 लाख, कुल 53 लाख से अधिक तिरंगे बेचे जा चुके हैं।”
शर्मा ने बताया कि स्वतंत्रता दिवस और अभियान से पहले राज्य में अब तक 16.07 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य के राष्ट्रीय ध्वजों की बिक्री हो चुकी है। एक आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार, एएसआरएलएम के तहत स्वयं सहायता समूहों द्वारा बनाए गए 32,58,134 राष्ट्रीय ध्वज मंगलवार तक राज्य भर में बेचे गए हैं। विज्ञप्ति में कहा गया है कि इस बिक्री से मिली कुल राशि 12.47 करोड़ रुपये है। राज्य में 19,110 स्वंय सहायता समूह (एसएचजी) केंद्रों के माध्यम से ध्वजों की बिक्री की जा रही है। एसएचजी के 23,000 से अधिक सदस्यों ने कुल 35,95,167 तिरंगे तैयार किए हैं।