कर्नाटक की येदियुरप्पा सरकार के मंत्रिमंडल का विस्तार हो गया, इसके साथ ही सात मंत्रियों ने शपथ ग्रहण कर ली है। वहीं दूसरी ओर बीजेपी में खुली बगावत हो गई है। पार्टी के विधायक बसनगौड़ा यतनाल ने मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा पर गंभीर आरोप लगते हुए कहा, जो भी ब्लैकमेल करता है या पैसा देता है, उसे मंत्री बना दिया जाता है।
बसनगौड़ा यतनाल के आलावा बीजेपी के एक नए विधायक कालाकप्पा बंदी ने भी मंत्रिमंडल विस्तार पर नाखुशी जताई है। उन्होंने कहा कि मैं पार्टी का वफादार सिपाही हूं। मैं मंत्रिमंडल विस्तार से खुश नहीं हूं. इस पर ध्यान देने की जरूरत है।
नए कैबिनेट मंत्रियों के शपथ ग्रहण के दौरान मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा मौजूद रहे। आज कुल सात नए सदस्यों एमटीबी नागराज, उमेश कट्टी, अरविंद लिम्बावली, मुरुगेश निरानी, आर शंकर, सीपी योगीश्वर, अंगारा एस को बीएस येदियुरप्पा कैबिनेट में शामिल किया गया है।
उमेश कट्टी को पार्टी के नेताओं ने लिंगायत कोटे के तहत चुना है, लिंबावली को मध्य प्रदेश में कांग्रेस सरकार अस्थिर करने की योजना और निष्पादन के लिए पुरस्कृत किया गया है। सीपी योगेश्वरा को भी कर्नाटक में कांग्रेस-जद (एस) गठबंधन सरकार को गिराने के लिए येदियुरप्पा और उनकी टीम के साथ मिलकर काम करने का पुरस्कार मिला है।
नागराज और शंकर 17 अन्य विधायकों के साथ 2019 में कांग्रेस छोड़ बीजेपी में शामिल हो गए थे। इन्हें मंत्रिमंडल में शामिल करना लगभग तय था। चार बार के विधायक और पूर्व उद्योग मंत्री निरानी और छह बार के बीजेपी विधायक व संघ परिवार के वफादार एस. अंगारा छुपे रुस्तम साबित हुए हैं, जिन्होंने चार माह से राज्य में चल रही सभी अटकलों पर विराम लगा दिया।