देहरादून : उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने चारधाम यात्रा मार्ग पर फूलों के क्लस्टर विकसित करने और प्रसाद योजना का विस्तार सभी मंदिरों में किये जाने के निर्देश दिये। श्री रावत ने एकीकृत आजीविका सहयोग परियोजना की समीक्षा करते हुये कहा कि ग्राम्य उत्पादों की मार्केटिंग को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाए।
आजीविका में संचालित प्रोजेक्ट की मॉनिटरिंग के लिए वरिष्ठ अधिकारी नियमित तौर पर फील्ड विजिट करने तथा ग्रामीणों और किसानों तक परियोजना का लाभ सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि आजीविका, ग्रामीण परिवारों को सक्षम बनाने के अपने उद्देश्य में सफल हो सकें, इसके लिए उन्हें बाजार अर्थव्यवस्था से जोड़ने पर विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए।
योजना की धरातल पर सफलता के लिए जरूरी है कि बड़ अधिकारी नियमित रूप से फील्ड वर्क करें। यात्रा मार्ग पर फूलों के क्लस्टर विकसित किए जाएं। प्रसाद योजना का केदारनाथ व बद्रीनाथ के साथ अन्य मंदिरों में विस्तार किया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रसाद निर्माण की प्रक्रिया में साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाए। आजीविका के जिन केंद्रों पर बहुत अच्छा काम हुआ है, वहां स्कूल-कॉलेज के छात्रों का भ्रमण कराकर प्रोत्साहित किया जाए।