ओडिशा के बालासोर में शुक्रवार शाम को हुए एक बड़े रेल हादसे 233 से ज्यादा लोगों की जान ले ली। कल रात से ही यहां राहत एजेंसियां बचाव कार्य कर रही है। हादसे के वक्त मौजूद लोग बता रहे है कि हादसा इतना भयानक था कि उसकी आवाज कई किलोमीटर दूर तक गई थी। मंजर कुछ एसा था की कहीं लोगों के हाथ पड़े थे तो कहीं पैर ।
अभियान की समीक्षा कर रहे अश्विनी वैष्णव
वहीं हादसे को देख लोगों की मदद के लिए घटनास्थल पर केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव और राज्य के सीएम नवीन पटनायक भी वहा पहुंचे हुए हैं।अश्विनी वैष्णव ने हादसे कीचपेट में आई बोगियों का जायजा लिया औऱ राहत-बचाव अभियान की समीक्षा की और रेस्क्यू ऑपरेशन में लगे अधिकारियों से भी मिले।
238 लोगों की मौत हो चुकी
इस हादसे में अब तक कुल 238 लोगों की मौत हो चुकी है। जबकि 900 लोगों के घायल हुए है। इस हादसे ने पड़ोसी देशों को भी हैरान कर दिया है । बाहर जब इस खबर के बारे में लोगों को पता चला तो दुनिया भर के नेताओं ने शोक व्यक्त किया। ओडिशा में हुए हादसे की खबर पूरी दुनिया में आग की तरह फैल गई। बाताया जा रहा है कि इस भयानक हादसे में कुल दो यात्री से भरी ट्रेन और एक मालगाड़ी आपस में टकरा गई थी। जिसके बाद ये हादसा हुआ।
अब तक का सबसे बड़ा ट्रेन हादसा
ओडिशा मे हुआ ट्रेन हादसा अब तक का सबसे बड़ा हादसा माना जा रहा है। लेकिन दुनिया में सबसे बड़ा ट्रेन हादसा प्रथम विश्व युद्ध के दौरान 1914 से 1918 के बीच हुआ था। उस वक्त हुए सेंट-मिशेल-डी-मॉरिएन ट्रेन हादसे में करीब 1000 लोगों की मौत हो गई थी। इस हादसे में फ्रांस के सैनिक की मौत हो गई थी। ये सारे सैनिक युद्ध के बाद छुट्टियां मनाने इटली जा रहे थे।
ओडिशा मे हुआ ट्रेन हादसा अब तक का सबसे बड़ा हादसा माना जा रहा है। लेकिन दुनिया में सबसे बड़ा ट्रेन हादसा प्रथम विश्व युद्ध के दौरान 1914 से 1918 के बीच हुआ था। उस वक्त हुए सेंट-मिशेल-डी-मॉरिएन ट्रेन हादसे में करीब 1000 लोगों की मौत हो गई थी। इस हादसे में फ्रांस के सैनिक की मौत हो गई थी। ये सारे सैनिक युद्ध के बाद छुट्टियां मनाने इटली जा रहे थे।