भारतीय कंपनी वेदांता और ताइवान की फॉक्सकॉन कंपनी गुजरात में भारत की पहली सेमीकंडक्टर प्रोडक्शन फैक्ट्री खड़ी करने जा रहे हैं। जानकारी के मुताबिक ये फैक्ट्री पहले महाराष्ट्र में लगने वाली थी। इसको लेकर महाराष्ट्र में विपक्ष ने एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली सरकार को इतने बड़े निवेश को हाथ से निकल जाने देने का आरोप लगाया है।
सब्सिडी लेने के लिए देना पड़ता था 10% कमीशन
विपक्ष के इस बवाल पर उपमुख्यमंत्री और बीजेपी नेता देवेंद्र फणडवीस ने प्रतिक्रिया दी है। उपमुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा कि गुजरात कोई पाकिस्तान का हिस्सा नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया कि महाराष्ट्र की पूर्ववर्ती महा विकास आघाडी सरकार के कार्यकाल के दौरान कोई भी सब्सिडी लेने के लिए 10 प्रतिशत कमीशन देना पड़ता था।
उद्धव ठाकरे नीत शिवसेना का नाम लिए बिना देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि ठाकरे सरकार ने राज्य में रिफाइनरी जैसी बड़ी परियोजनाओं का विरोध किया। उन्होंने कहा कि इस परियोजना से महाराष्ट्र अन्य राज्यों के मुकाबले 10 साल आगे जा सकता था। फडणवीस ने उद्धव ठाकरे पर मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन और मुंबई मेट्रो-तीन परियोजना को रोकने का आरोप लगाया।
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उन्होने कहा कि जून के अंत में उपमुख्यमंत्री बनते ही मैंने व्यक्तिगत तौर पर वेदांता के अध्यक्ष अनिल अग्रवाल से मुलाकात की थी। साथ ही महाराष्ट्र ने कंपनी के सामने गुजरात के बराबर ही प्रस्ताव रखा था, लेकिन उन्हें बताया गया कि गुजरात में सेमीकंडक्टर यूनिट लगाने का निर्णय अंतिम चरण में पहुंच चुका था।
आपको बता दें कि वेंदाता गुजरात में 1000 एकड़ जमीन पर ये प्लांट लगाएगी, जहां फॉक्सकॉन इस प्रोजेक्ट में तकनीकी भागीदार के रूप में काम कर रही है, वहीं तेल और धातु समूह पर अपनी पकड़ रखने वाली वेदांता परियोजना में पैसा लगा रही है।
गुजरात सरकार के साथ समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर करने के बाद वेदांता के अध्यक्ष अनिल अग्रवाल ने कहा कि, “संयंत्र दो साल में सेमीकंडक्टर का उत्पादन शुरू कर देगा” कंपनियों ने यह भी कहा कि यह परियोजना गुजरात में 1 लाख से ज्यादा नौकरियों पैदा करेगी।