भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस ने शुक्रवार को कहा कि बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स में मुंबई मेट्रो 3 कार शेड स्थापित करने की बात हास्यास्पद और बचकानी है क्योंकि इससे परियोजना की लागत कई गुना बढ़ जाएगी। पूर्व मुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा कि इस प्रकार का कदम उठाने से रखरखाव का वार्षिक खर्च पांच गुना तक बढ़ जाएगा। मेट्रो परियोजना अव्यावहारिक हो जाएगी तथा इसकी सफलता की गारंटी नहीं रहेगी।
बंबई उच्च न्यायालय ने मुंबई उपनगरीय जिला कलेक्टर के उस आदेश पर बुधवार को रोक लगा दी थी जिसके तहत मेट्रो कार शेड के निर्माण के लिए कांजुरमार्ग में 102 एकड़ साल्ट पैन भूमि आवंटित की गई थी। फडणवीस के नेतृत्व वाली तत्कालीन भाजपा सरकार ने मुंबई स्थित आरे कॉलोनी में कार शेड बनवाने का फैसला किया था। सत्ता परिवर्तन के बाद महा विकास आघाडी की सरकार ने पिछले साल नवंबर में कांजुरमार्ग को कार शेड निर्माण के लिए चुना।
अदालत के आदेश के बाद मीडिया के एक हिस्से में खबर आई थी कि राज्य सरकार बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स समेत कुछ और स्थानों का चयन कार शेड के लिए कर सकती है। नागपुर हवाई अड्डे पर फडणवीस ने कहा, “बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स (बीकेसी) में कार शेड स्थापित करने की बात करना हास्यास्पद और बचकाना है। इसका कारण यह है कि वहां जमीन बहुत महंगी है। बीकेसी में पिछली बार 1,800 करोड़ रुपये प्रति हेक्टेयर की दर से जमीन बिकी है। इसलिए अगर बीकेसी में 25 हेक्टेयर भूमि ली जाती है तो उसकी कीमत 25,000 करोड़ से 30,000 करोड़ होगी।”
उन्होंने कहा कि बीकेसी में प्रस्तावित बुलेट ट्रेन, तीन स्तरीय भूमिगत ढांचा होगा और केवल 500 मीटर जमीन की जरूरत होगी। फडणवीस ने कहा, “यह इस तरह से बनाया जाएगा कि जिससे इसके ऊपर बिना किसी समस्या के व्यावसायिक इमारत का निर्माण किया जा सके।” उन्होंने कहा, “लेकिन अगर हम भूमिगत मेट्रो कार शेड के निर्माण की बात करेंगे तो इसकी लागत 500 करोड़ से अधिक होकर 5,000 करोड़ रुपये तक जा सकती है।” उन्होंने कहा कि इसके अलावा रखरखाव की लागत पांच गुना तक बढ़ जाएगी।