ऋषिकेश : शासन स्तर पर विश्वविख्यात लक्ष्मण झूला पुल की मियाद समाप्त हो जाने के बाद यात्रियों व दुकानदारों का आवागमन रोके जाने के निर्देश के बाद लक्ष्मण झूला व्यापार मंडल ने अपने व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद कर शासन के निर्णय का विरोध शुरू कर दिया है। लोगों ने शनिवार को शासन के निर्णय के विरोध में लक्ष्मण झूला स्थित शिव मूर्ति पर प्रदर्शन कर अपना विरोध प्रकट किया। शासन के इस निर्णय के विरोध में भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस एकजुट है।
जिनका का कहना था की नीलकंंठ यात्रा से पहले इस पुल को बंद किया जाना जनहित में नहीं आया इसेेेे बंद करने से पहले वैकल्पिक व्यवस्था की जानी चाहिए थी। स्थानीय नागरिकों के विरोध के चलते पीडब्ल्यूडी के मुख्य अधिशासी अभियंता मोहम्मद आरिफ खान का कहना था, कि एक बार फिर टेक्निकल टीम को बुलाकर पुल का सर्वे करवाया जाएगा लेकिन मोहम्मद आरिफ का कहना था, कि शासन के आदेश का अक्षर सह पालन किया जाएगा। जल्द ही इसेेे आवाजाही के लिए बंद कर दिया जायेगा।
वही नरेंद्र नगर की उपजिलाधिकारी युक्ता मिश्रा, यम केश्वर के उप जिलाधिकारी श्याम सिंह राणा, भी नागरिकों के विरोध के बीच लक्ष्मण झूला पहुंचे। जिन्होंने लोगों को समझाने का प्रयास किया। लेेेकिन नागरिक अपनी बात पर अड़े थे। विरोध करने वालों में अश्वनी गुप्ता, लक्ष्मण झूला क्षेत्र के पार्षद जितेंद्र सिंह जितेंद्र धाकड़ का कहना था कि लक्ष्मणझूला जाने वालों के लिए एक सेतु काम कर रहा था। इस पुुल के बंद होने के बाद जहां स्कूल जाने वाले बच्चों को काफी असुविधाओ का सामना करना पडे़गा। प्रदर्शन करने वालों में नगर पालिका अध्यक्ष माधव अग्रवाल, नितिन पयाल, संजीव प्रजापति, शिवकुमार विनीता शर्मा, आकाश भंडारी, पूजा आर्य, राधा बाला, नवीन राणा, लोकपाल ब्रह्मचारी, शंकर राय हरी रावत ऋचलराय सहित काफी संख्या मे लोग उपस्थित थे ।