गुजरात में एंबुलेंस का इस्तेमाल 2,000 रुपये के नकली नोट को इधर से उधर पहुंचाने के लिए किया जा रहा था। गुजरात की सूरत पुलिस ने एंबुलेंस से 2,000 रुपये के नकली नोटों से भरे डिब्बे बरामद किए । बक्सों में से करीब 25 करोड़ रुपये के नकली नोट बरामद किए गए हैं।
बड़ी मात्रा में नक़ली नोटों से भरी एक एम्बुलेंस को पकड़ा
ये नोट रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की जगह रिवर्स बैंक ऑफ इंडिया पर और सिर्फ सिनेमा की शूटिंग के लिए लिखे गए हैं। पुलिस अभी मामले की जाँच कर रही है। बता दें कल यांकी गुरूवार को प्रधानमंत्री मोदी ने सूरत के लिंबायत इलाक़े में एक रोड शो कर जनसभा को संबोधित किया था। शाम को वहीं से खबर आई की पुलिस ने बड़ी मात्रा में नक़ली नोटों से भरी एक एम्बुलेंस को पकड़ा है।
दो हजार रुपये के 1290 बंडल मिले
जानकारी के मुताबिक सूरत ग्रामीण पुलिस के सूचना मिलते ही कामरेज थाना पुलिस ने हाईवे पर एंबुलेंस को पकड़ने के लिए जाल बिछाया था। सूचना मिलते ही कामरेज थाना पुलिस ने हाईवे पर एंबुलेंस को पकड़ने के लिए जाल बिछाना शुरू कर दिया था। कामरेज थाने की पुलिस ने हाईवे पर स्थित शिव शक्ति होटल के पास जाम लगा कर एंबुलेंस को रोक लिया था। मूल रूप से जामनगर के रहने वाले एंबुलेंस चालक हितेश पुरुषोत्तम कोटड़िया ने एंबुलेंस का पिछला दरवाजा खोलकर देखा तो अंदर 6 डिब्बे मिले, जिसमें दो हजार रुपये के 1290 बंडल मिले, जो 25 करोड़ 80 लाख है।
एंबुलेंस चालक से आगे की पूछताछ जारी
एंबुलेंस से बरामद हुए दो हजार रुपये के नोट दूर से देखने में बिल्कुल असली दो हजार के नोट जैसे लग रहे है। लेकिन करीब से देखने पर पता चलता है कि इन नोटों पर रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की जगह रिवर्स बैंक ऑफ इंडिया लिखा हुआ हैं। भारत और केवल सिनेमा की शूटिंग के लिए। एंबुलेंस चालक से आगे की पूछताछ जारी है।