उत्तराखंड के चमोली जिले की ऋषिगंगा घाटी में रविवार को आयी विकराल बाढ़ में तबाह हुई ऋषिगंगा जलविद्युत परियोजना स्थल से लापता हुए लोगों के परिजनों ने बुधवार को अधिकारियों पर बचाव अभियान सही से नहीं चलाने का आरोप लगाया ।
लापता श्रमिकों के परिजन यहां परियोजना के अधिकारियों के साथ दो घंटे तक बहस में उलझे रहे और उन्होंने आरोप लगाया कि त्रासदी के बाद बचाव एवं राहत अभियान उस प्रकार नहीं चलाया जा रहा है जैसे उसे चलाया जाना चाहिए था ।
ऋषिगंगा परियोजना में कार्यरत पंजाब के रहने वाले एक व्यक्ति जुगल के भाई ने कहा, ‘त्रासदी आए चार दिन हो चुके हैं लेकिन अभी सारा ध्यान कनेक्टिविटी बहाल करने पर है । लापता हुए लोगों को बचाना इनकी प्राथमिकता नहीं लग रही है ।’ उसने कहा, ‘ जब जुगल का फोन नंबर मिलाया जा रहा है तो उसके मोबाइल की घंटी बज रही है ।’
लापता लोगों के परिजनों का आक्रोश झेलने वाले ऋषिगंगा के परियोजना प्रबंधक कमल चौहान ने कहा कि लापता लोगों की तलाश के लिए प्रशासन द्वारा उनकी मदद नहीं ली जा रही है ।