रूस और यूक्रेन के बीच 7वें दिन जारी युद्ध की स्थिति बेहद खराब होती जा रही है। यूक्रेन में युद्ध के छठे दिन गोलाबारी में भारतीय छात्र नवीन शेखरप्पा ज्ञानगौदर की मौत हो गई। अब मृतक छात्र के परिजन उम्मीद कर रहे हैं कि उनके बेटे का शव जल्द से जल्द भारत लाया जाएगा। लेकिन परिवार के सदस्यों को अब तक अधिकारियों से कोई विशेष जानकारी नहीं मिली है कि उनके बेटे का शव कब देश वापस लाया जाएगा।
मृतक नवीन के भाई हर्ष ने बुधवार को कहा कि कोई भी पुष्टि नहीं कर रहा है कि शव वापस लाया जाएगा या नहीं। उसका शव हमारे पास वापस लाया जाना चाहिए। उसके दोस्त जिंदा वापस आ रहे हैं और हमें मौत की खबर मिली है। नवीन के पिता शेखरप्पा ने कहा कि उन्होंने अपने बेटे को खो दिया है और वह चाहते हैं कि सरकार अन्य लड़कों को जीवित भारत वापस लाए। उन्होंने कहा कि हजारों छात्र यूक्रेन में फंसे हुए हैं, वे हमारे देश की संपत्ति हैं। उन्हें सुरक्षित वापस लाया जाना चाहिए।
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मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने कहा है कि उन्होंने तत्काल संभव नहीं होने पर दो या तीन दिनों में शव की बरामदगी पर विदेश मंत्रालय से अपील की है। नवीन का शव युद्ध क्षेत्र में है, जिससे अधिकारियों के लिए मुश्किलें खड़ी हो गई हैं। इस खबर से नवीन के परिवार और रिश्तेदारों में शोक है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई, पूर्व मुख्यमंत्री बी.एस. येदियुरप्पा ने मृतक नवीन के परिवार से व्यक्तिगत रूप से बात की है और आश्वासन दिया है कि शव को भारत वापस लाने के लिए सभी प्रयास किए जाएंगे।