हरिद्वार : गन्ने का भुगतान न होने पर किसानों ने कड़ी नाराजगी जताई है। मासिक पंचायत के दौरान किसानों ने आरोप लगाया कि सरकार की गलत नीतियों की वजह से किसान खेती छोड़ने को मजबूर हैं। किसान लगातार आत्महत्या कर रहा है, लेकिन उसकी कोई सुनवाई कहीं पर नहीं हो पा रही है।
शनिवार को प्रशासनिक भवन परिसर में हुई उत्तराखंड किसान मोर्चा की मासिक पंचायत में राष्ट्रीय अध्यक्ष गुलशन रोड ने कहा कि 70 साल से किसानों की हालत में कोई सुधार नहीं हुआ है। किसान को आज तक उसकी फसल का लाभकारी मूल्य नहीं मिल पाया है। इसकी वजह से किसान का बेटा आज खेती छोड़ने को मजबूर है। केवल चुनाव के समय ही सरकारों को किसान की याद आती है, उसके बाद किसान को मरने के लिए छोड़ दिया जाता है।
उन्होंने कहा कि अभी तक किसान को न तो पिछले साल के गन्ने का भुगतान मिल पाया है और न ही इस साल का भुगतान किसानों को मिला है। इसकी वजह से किसानों में जबरदस्त आक्रोश है। राजेन्द्र सिंह ने कहा कि गर्मी शुरू होने के साथ ही बिजली की समस्या भी बढ़ती जा रही है। किसानों को पर्याप्त बिजली नहीं मिल पा रही है।