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कांवड़ यात्रा पर पड़ोसी राज्यों से बातचीत के बाद होगा अंतिम फैसला – UK सीएम धामी

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को कहा कि राज्य सरकार ने कांवड़ यात्रा पर पहले ही रोक लगा रखी है और यह फिलहाल जारी रहेगी, लेकिन प्रदेश की जनता के हित में आवश्यकता पड़ने पर सरकार पड़ोसी राज्यों के मुख्यमंत्रियों से भी बात करेगी और इस संबंध में कोई अंतिम फैसला लेगी।

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को कहा कि राज्य सरकार ने कांवड़ यात्रा पर पहले ही रोक लगा रखी है और यह फिलहाल जारी रहेगी, लेकिन प्रदेश की जनता के हित में आवश्यकता पड़ने पर सरकार पड़ोसी राज्यों के मुख्यमंत्रियों से भी बात करेगी और इस संबंध में कोई अंतिम फैसला लेगी।
साथ ही उन्होंने इस बात से इंकार किया कि उन्हें मुख्यमंत्री बनाए जाने से पार्टी के वरिष्ठ नेताओं में नाराजगी है। उन्होंने सवालिया अंदाज में पूछा, ‘‘कौन नाराज हैं? किसी ने आपको बताया क्या?… एक भी व्यक्ति नाराज नहीं हैं। सभी अनुभवी हैं और हम एक टीम की तरह काम कर रहे हैं।’’
उत्तराखंड के आगामी विधानसभा चुनाव में एक साल से भी कम वक्त बचे होने और राज्य में कोरोना प्रबंधन को लेकर सरकार पर उठ रहे सवालों के बीच उन्हें राज्य की कमान सौंपे जाने पर नवनियुक्त मुख्यमंत्री धामी ने इस बात से इंकार किया कि पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने उन्हें किसी प्रकार से ‘‘बलि का बकरा’’ बनाया है। गौरतलब है कि भाजपा ने एक साल के भीतर उत्तराखंड में दो मुख्यमंत्रियों त्रिवेंद्र सिंह रावत और तीरथ सिंह रावत को बदल दिया है।
धामी ने एक विशेष बातचीत में कहा, ‘‘ऐसा बिल्कुल भी नहीं है। पार्टी मां होती है और मां समय-समय पर बच्चों को काम देती रहती हैं। फिलहाल मां ने मुझे काम सौंपा है।’’
मुख्यमंत्री बनने के बाद पहली बार शुक्रवार रात दिल्ली पहुंचे मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा सहित पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं और केंद्रीय मंत्रियों से मुलाकात की और राज्य के विकास से जुड़ी परियोजनाओं पर चर्चा की।
राजधानी दिल्ली स्थित उत्तराखंड सदन में रविवार को पत्रकारों से चर्चा में उन्होंने दावा किया कि उनकी ये मुलाकातें शिष्टाचार वश थीं, लेकिन सभी ने उन्हें अपना आशीर्वाद दिया और राज्य में युवा नेतृत्व पर भरोसा जताया।
इस दौरान मुख्यमंत्री ने राज्य में कोरोना संक्रमण की स्थिति से लेकर वहां जारी टीकाकरण अभियान और कांवड़ यात्रा से लेकर आगामी विधानसभा चुनाव की रणनीति को लेकर पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व से चर्चा की और विश्वास जताया कि राज्य में अगली सरकार भाजपा की ही बनेगी।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने कांवड़ यात्रा पर पहले ही रोक लगा रखी है और यह फिलहाल जारी रहेगी, लेकिन प्रदेश की जनता के हित में आवश्यकता पड़ने पर सरकार पड़ोसी राज्यों के मुख्यमंत्रियों से भी बात करेगी और इस संबंध में कोई अंतिम फैसला लेगी।
उन्होंने स्पष्ट किया कि लोगों का जीवन बचाना राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है।
उन्होंने कहा, ”राज्य सरकार ने पहले ही इस पर रोक लगा रखी है। यह पूरी तरह आस्था से जुड़़ा मामला है, लेकिन लोगों का जीवन भी खतरे में नहीं डाला जा सकता। लोगों का जीवन बचाना हमारी प्राथमिकता है। कांवड़ यात्रा के कारण कोविड से एक भी जान जाती है, तो वह भगवान को भी अच्छा नहीं लगेगा।”
उन्होंने कहा कि जहां तक कांवड़ यात्रा का सवाल है, उत्तराखंड मेजबान राज्य है और बड़ी संख्या में श्रद्धालु पड़ोस के राज्यों से आते हैं।
उन्होंने कहा, ”जरूरत पड़ी तो हम उत्तर प्रदेश, हरियाणा, मध्य प्रदेश, दिल्ली और हिमाचल प्रदेश से बातचीत के बाद ही इस बारे में अंतिम निर्णय करेंगे, क्योंकि, ज्यादातर श्रद्धालु इन्हीं राज्यों से आते हैं।”
धामी ने कहा कि राज्य के पूर्ववर्ती मुख्यमंत्रियों ने उत्तराखंड के विकास के लिए बहुत काम किए हैं और बहुत सारी योजनाओं को धरातल पर पहुंचाया है तथा उनकी ओर से शुरु किए जितने काम अधूरे हैं, उन्हें पूरा करना उनकी प्राथमिकता है।
धामी से जब सवाल किया कि उनके पूर्ववर्तियों के अच्छा काम करने के बावजूद उन्हें बदलने की आवश्यकता क्यों पड़ी और विषम परिस्थितियों में राज्य की जिम्मेदारी उन्हें क्यों सौंपी गई, तो इसपर उन्होंने कहा, ‘‘पार्टी मां होती है और वह समय-समय पर अपने बच्चों को काम सौंपती रहती है। इस समय यह काम मुझे सौंपा गया है। पूर्ण मनोयोग से मैं यह काम करूंगा। मैंने उत्तराखंड की जनता के हित में काम करने की शपथ ली है और वह मैं करूंगा।’’
उन्होंने कहा, ‘‘उत्तराखंड की जनता की सुरक्षा और उनकी आकांक्षाओं को पूरा करने का मुझे दायित्व मिला है और मैं उसे पूरा करके रहूंगा। समय भले ही मेरे पास कम हो, लेकिन इसी के बीच मैं अपना सर्वस्व न्योछावर कर दूंगा।’’
आम आदमी पार्टी (आप) द्वारा सत्ता में आने पर उत्तराखंड में 300 यूनिट तक मुफ्त बिजली दिए जाने की घोषणा से जुड़े एक सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा, ” राज्य में अच्छी बिजली दी जा रही है…हम चौबीस घंटे बिजली दे रहे हैं।’’
आप पर निशाना साधते हुए धामी ने कहा कि कुछ लोगों का एजेंडा चुनाव जीतना हो सकता है, लेकिन भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का एजेंडा राज्य का विकास है।
प्रदेश भाजपा के वरिष्ठ नेताओं को नजरअंदाज कर उन्हें मुख्यमंत्री बनाए जाने से उपजी नाराजगी को लेकर पूछे गए एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि वह भले ही उम्र में छोटे हैं, लेकिन उन्हें सभी का स्नेह मिल रहा है।
यह पूछे जाने पर कि उनके समक्ष आगे क्या चुनौतियां हैं, उन्होंने कहा, ‘‘हमारे सामने उत्तराखंड को आगे ले जाने की चुनौती है। विकास हमारा मुख्य एजेंडा है। रोजगार युक्त और भ्रष्टाचार मुक्त शासन देना हमारी प्राथमिकता है।’’
मुख्यमंत्री ने दावा किया कि जब से केंद्र में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा की सरकार बनी है तब से उत्तराखंड के अंदर जो काम हुए वे स्वतंत्र भारत के इतिहास में कभी भी नहीं हुए।
उन्होंने कहा, ‘‘प्रदेश भर में सड़कों का जाल बिछा है। इन विपरीत परिस्थितियों में भी गरीबों को राशन देने की योजना चल रही है। वैक्सीन की पर्याप्त मात्रा उपलब्ध है।’’
पिछले दो दिनों में आधा दर्जन से अधिक केंद्रीय मंत्रियों से मुलाकात कर चुके धामी ने रविवार को केंद्रीय ऊर्जा और नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री आर के सिंह और केन्द्रीय  नागर विमानन मंत्री  ज्योतिरादित्य सिंधिया से मुलाकात की और ऊर्जा और विमानन क्षेत्र से जुड़ी राज्य की विकास परियोजनाओं पर चर्चा की।

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