कोरोना मरीजों के इलाज़ के लिए दिन रात ड्यूटी में लगे डॉक्टर्स के लिए अपशब्द बोलना कॉमेडियन सुनील पाल को महंगा पड़ गया। कॉमेडियन ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया है जिसमें उन्होंने 90 प्रतिशत डॉक्टर्स को चोर और राक्षस बताया है। उनकी इस वीडियो के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है।
एसोसिएशन ऑफ मेडिकल कंसल्टेंट मुंबई ने 4 मई को कॉमेडियन के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करवाई है। एसोसिएशन की अध्यक्ष सुष्मिता भटनागर एफआईआऱ में लिखा कि स्टैंड-अप कॉमेडियन ने एक यूट्यूब इंटरव्यू में डॉक्टरों के खिलाफ झूठे आरोप लगाए हैं। रिपोर्ट के मुताबिक डॉक्टर सुधीर नाईक ने बताया है कि डॉक्टर भटनागर ने यह वीडियो 20 अप्रैल को पहली बार देखा था।
वीडियो में सुनील पाल ने कहा है कि डॉक्टर्स भगवान का रुप होते हैं लेकिन इस समय 90 प्रतिशत डॉक्टर्स ने राक्षस का रुप धारण कर लिया है वह धोखाधड़ी कर रहे हैं। लोगों को कोविड संक्रमित बताकर भर्ती किया जा रहा है और उनके बिल बनाए जा रहे हैं।इतना ही नहीं उनके मरने के बाद उनके शरीर से कई अंग भी निकाल लिए जा रहे हैं।
शिकायत दर्ज होने के बाद सुनील पाल ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर करके माफी भी मांगी है। उन्होंने कहा कि यह वीडियो मैं माफी मांगने के लिए शेयर कर रहा हूं अगर मेरी बातों से किसी को आहत पहुंची हो तो माफी चाहता हूं लेकिन मैं अभी भी अपने कमेंट के साथ खड़ा हूं कि डॉक्टर्स को भगवान माना जाता है। मगर इस मुश्किल समय में गरीब इंसान परेशान हो रहा है।
उन्होंने कहा, मैंने अपने वीडियो में 90 प्रतिशत डॉक्टर्स को दानव का रुप धारण कर लेना कहा है, बचे हुए 10 प्रतिशत डॉक्टर्स अभी भी अपनी ड्यूटी अच्छे से कर रहे हैं। डॉक्टर्स को बुरा मानने की जरुरत नहीं हैं जो अपना काम ईमानदारी से कर रहे हैं। साथ ही मेरे पास पुलिस की तरफ से अब तक कोई नोटिस नहीं आया है।