केंद्रीय बलों का घेराव करने के लिए लोगों को उकसाने के आरोप में कूचबिहार के एक पुलिस थाने में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई। इसमें आरोप लगाया गया है कि उनके उकसाने की वजह से सीतलकूची गोलीबारी की घटना हुई और उसमें चार लोगों की जान गई।
कूचबिहार में भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चे के जिलाध्यक्ष सिद्दिकी अली मिया ने बुधवार को अपनी शिकायत में दावा किया कि ममता बनर्जी द्वारा बनरेश्वर में एक रैली में दिए गए भाषण ने लोगों को चुनावों के चौथे चरण के दौरान केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) के कर्मियों के खिलाफ हमले के लिए उकसाया।
माथाभांगा पुलिस थाने में दर्ज अपनी शिकायत के साथ ही उन्होंने ममता बनर्जी के भाषण की एक वीडियो क्लिप भी संलग्न की है। मिया ने कहा कि ममता बनर्जी के भड़काऊ बयान से भड़के गांव वालों ने तैनात सुरक्षाकर्मियों के हथियार छीनने की कोशिश की।
प्राथमिकी में मिया ने कहा, ‘‘महिलाओं सहित गांव वालों ने केंद्रीय बलों पर शरीरिक नुकसान पहुंचाने के इरादे से हमला किया, यह जानते हुए भी कि यह तैनात सुरक्षाकर्मियों की मौत का कारण भी बन सकता है।’’ प्राथमिकी की एक प्रति पीटीआई-भाषा के पास मौजूद है।
भाजपा नेता मिया से जब संपर्क किया तो उन्होंने कहा कि अगले कुछ दिनों के भीतर पुलिस यदि कुछ कार्रवाई नहीं करती है तो वह ममता बनर्जी को गिरफ्तार करने की मांग के साथ व्यापक विरोध प्रदर्शन करेंगे। उन्होंने कहा, ‘‘चार लोगों की मौत के लिए सिर्फ ममता बनर्जी जिम्मेदार हैं। वह हमारे जिले के मतदाताओं के प्रति जवाबदेह हैं।’’
उल्लेखनीय है कि 10 अप्रैल को सीतलकूची विधानसभा क्षेत्र के एक मतदान केंद्र के बाहर स्थानीय लोगों ने हमला कर दिया था, जिसके बाद आत्मरक्षा में सुरक्षाकर्मियों को कथित तौर पर गोली चलानी पड़ी। इस घटना में चार लोगों की मौत हो गई।
इस घटना के बाद निर्वाचन आयोग ने उस मतदान केंद्र पर मतदान टाल दिया था। आयोग ने इस घटना के बाद तीन दिनों तक किसी भी राजनीतिक दल के नेता के जिले में प्रवेश पर रोक लगा दी थी। बनर्जी घटना में मारे गए लोगों के परिजनों से बुधवार को मुलाकात की थी।