हैदराबाद में अपने फर्जी अपहरण और बलात्कार की कहानी गढ़ने वाली छात्रा ने आत्महत्या कर ली। 19 वर्षीय बी.फार्मा की छात्रा ने घाटकेसर इलाके में बुधवार को नींद की गोलियां खाकर जान दे दी। जानकारी के मुताबिक अपनी साजिश का खुलासा होने के बाद से छात्रा डिप्रेशन में थी।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि छात्रा ने काफी मात्रा में नींद की गोलियां खा ली थी और उसके बाद अचेत हो गयी। उसके परिवार के सदस्य अस्पताल लेकर गये, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने अस्पताल पहुंचकर जांच और पूछताछ शुरू कर दी है।
उन्होंने बताया कि पारिवारिक कलह से पीड़ित छात्रा ने दो ऑटोचालकों द्वारा अपने अपहरण और दुष्कर्म का आरोप लगाया था, लेकिन पुलिस ने साक्ष्यों के आधार पर इसे मनगढ़ंत करार दिया था। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और आवश्यक कार्रवाई कर रही है।
क्या है पूरा मामला
छात्रा ने लगभग दो हफ्ते पहले अपने फर्जी अपहरण और बलात्कार की कहानी रची थी। 10 फरवरी की शाम को पुलिस को उसके परिवार से फोन आया कि लड़की एक ऑटो रिक्शा चालक ने अपहरण कर लिया है, जब वह कॉलेज से घर लौट रही थी।
कुछ घंटों बाद वह अन्नोजीगुडा रेलवे गेट के पास एक सड़क पर अर्ध-नग्न अवस्था में मिली और मुश्किल से चल पा रही थी।पुलिस ने उसे एक अस्पताल में शिफ्ट कर दिया था और मामला दर्ज करने के बाद जांच शुरू कर दी। हालांकि अगले तीन दिनों की जांच में पता चला कि उसने घर से भागने के लिए अपने अपहरण और दुष्कर्म की फर्जी कहानी गढ़ी।
जब पुलिस ने पूरे मामले की जांच कि तो पता चला कि छात्रा ने ऑटो चालक को फंसाने की कोशिश की थी, क्योंकि उसके साथ उसका पहले से विवाद था। पुलिस ने ऑटो चालक और उनसे पूछताछ करने वाले लोगों से माफी मांगी। पुलिस को यह भी पता चला कि लगभग छह महीने पहले उसने अपने एक दोस्त से झूठ बोला था कि उसके भाई का अपहरण कर लिया गया था और कुछ फिरौती के भुगतान के बाद उसे छोड़ दिया गया था।