ऋषिकेश : सावन के दूसरे सोमवार को नीलकंठ महादेव मंदिर में आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा। तीर्थनगरी ऋषिकेश के मठों और शिवमंदिरो में भी शिव भक्तों की भारी भीड़ देखने को मिली। मणिकूट पर्वत की तलहटी स्थित नीलकंठ महादेव के मंदिर पर आज जल चढ़ाने के लिए श्रद्धालुओं में गजब की होड़ सी देखने को मिली। रात से ही लगी लंबी-लंबी कतारों के बीच शिवभक्त घंटों अपनी बारी का इंतजार करते नजर आए। कुछ शिव भक्त तो लेटकर परिक्रमा देते हुए मंदिर पहुंचते दिखे। सावन के दूसरे सोमवार को नीलकंठ में शिव का जलाभिषेक करने श्रद्धालुओं की एतिहासिक भीड़ उमड़ी। धाम में तकरीबन छह लाख से ज्यादा कावंडियों ने जलाभिषेक किया।
सावन के सबसे महत्वपूर्ण सोमवार पर धर्म नगरी ऋषिकेश के पौराणिक चंद्रेश्वर महादेव, सोमेश्वर महादेव और वीरभद्रेश्वर महादेव मंदिर में भी दिन भर हजारों श्रद्धालुओं ने श्रद्धा पूर्वक भगवान शिव का अभिषेक किया। कांवड़ यात्रा का दूसरा सोमवार होने के कारण उम्मीद थी कि नीलकंठ में भारी भीड़ उमड़ेगी,लेकिन श्रद्धा का सैलाब समुद्र में तब्दील होगा इसकी उम्मीद शायद ही किसी ने की हो। मगर ऐसा ही हुआ जिसके बाद पैदल मार्ग और मोटर मार्ग पर हर ओर शिव के रंग में रंगे शिवभक्त कांवड़िए ही नजर आ रहे थे।
आज रिकॉर्ड तोड़ रूप से कांवड़िए ट्रेनों में सवार होकर ऋषिकेश पहुंचे। उनका रेला जब शहर के रेलवे रोड़ से होकर लक्ष्मण झूला मार्ग की औ निकला तो शिवभक्तो की भीड़ देखकर ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों के भी होश फाख्ता हो गये। इन सबके बीच रविवार की रात से ही सावन के दूसरे सोमवार के लिए शहर में आस्था की लहरें उफान पर नजर आने लगी थी।