हरिद्वार : स्थानीय एस.एम.जे.एन.पी.जी.काॅलेज में छात्राओं को स्वरक्षा हेतु प्रेरित करने के लिए मिशन साहसी का आगाज़ किया गया। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए काॅलेज के प्राचार्य डाॅ. सुनील कुमार बत्रा ने कहा कि छात्रायें स्वरक्षा के गुण सीखकर आत्मरक्षा से आत्म सम्मान को बनाये रख सकती हैं। उन्होंने कहा कि मां दुर्गा, मां चण्डी की भांति समाज में आसुरी शक्तियों का संहार करने के लिए छात्राओं को साहसिक बनना ही होगा।
डा. बत्रा ने कहा कि समस्त देवी-देवताओं में मां दुर्गा ही सर्वाधिक शक्तिशाली एवं दुष्टों की संहारक मानी जाती हैं। इस अवसर पर डा. नवीन पंत ने छात्राओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि छात्रायें कड़ा, अंगूठी, हेयर पिन आदि के प्रयोग से अपना बचाव कर सकती हैं। उन्होंने कार्यक्रम के आयोजन हेतु काॅलेज प्रबन्धन का आभार व्यक्त किया। डाॅ. हिमांशु पंडित ने बताया कि महिलायें अब केवल रसोईघर तक सीमित नहीं हैं, अपितु समाज में आगे बढ़-चढ़कर प्रतिभाग कर रही हैं। उन्हें अपने कार्यस्थलों पर बचाव हेतु इस प्रकार के अभियान की आवश्यकता प्रतीत होती है।
इससे जुड़कर आत्मरक्षा के तरीकों से आकस्मिक बचाव अन्य सहायता उपलब्ध् होने तक किया जा सकता है। कार्यक्रम का संचालन अधिष्ठाता छात्र कल्याण डाॅ. संजय माहेश्वरी ने किया। कार्यक्रम में अंकित अग्रवाल, वैभव बत्रा, डाॅ. पूर्णिमा सुन्दरियाल, डाॅ. पदमावती तनेजा, कु. नेहा गुप्ता, डाॅ. निवेदिता शर्मा, श्रीमती प्रीति लखेड़ा, पुनीता शर्मा, नेहा सिद्दकी, जशवंत सिंह नेगी, कार्यक्रम संयोजक चंचल तंवर, मोहित चौहान, मुस्कान मिश्रा, योगेश, श्रीमती इन्दू शर्मा सहित काॅलेज की अनेक छात्रायें उपस्थित थी।